मैं भी किसानों के साथ… कार छोड़कर शादी के लिए ट्रैक्टर से गया दूल्हा

कृषि बिल के खिलाफ देश में किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) चल रहा है। विशेष तौर पर पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों ने सड़कों पर डेरा डाल दिया है। बॉलिवुड जगत से लेकर विदेशों तक से किसानों के समर्थन में आवाजें उठ रही हैं। ऐसे में करनाल में एक दूल्हा इस आंदोलन को समर्थन देने के लिए ट्रैक्टर पर बैठकर बारात में गया। देखिए तस्वीरें-

कृषि बिल के खिलाफ देश में किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) चल रहा है। विशेष तौर पर पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों ने सड़कों पर डेरा डाल दिया है। बॉलिवुड जगत से लेकर विदेशों तक से किसानों के समर्थन में आवाजें उठ रही हैं। ऐसे में करनाल में एक दूल्हा इस आंदोलन को समर्थन देने के लिए ट्रैक्टर पर बैठकर बारात में गया।

कार छोड़कर शादी के लिए ट्रैक्टर से गया दूल्हा, किसानों के आंदोलन को समर्थन का संदेश

कृषि बिल के खिलाफ देश में किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) चल रहा है। विशेष तौर पर पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों ने सड़कों पर डेरा डाल दिया है। बॉलिवुड जगत से लेकर विदेशों तक से किसानों के समर्थन में आवाजें उठ रही हैं। ऐसे में करनाल में एक दूल्हा इस आंदोलन को समर्थन देने के लिए ट्रैक्टर पर बैठकर बारात में गया।

देखिए तस्वीरें-

​ट्रैक्टर में ही बैठकर बारात में गया दूल्हा
​ट्रैक्टर में ही बैठकर बारात में गया दूल्हा

हरियाणा के करनाल में एक अजीबोगरीब नजारा देखने को मिला। दूल्हा अपनी लग्जरी कार को छोड़कर ट्रैक्टर में बैठ गया। फिर वह ट्रैक्टर में ही बैठकर शादी के स्थल तक गया। पंजाब और हरियाणा के किसान ही मुख्य तौर पर इस प्रदर्शन का हिस्सा हैं।

‘जड़ें खेती ही हैं, किसानों को जनता का सपॉर्ट’
'जड़ें खेती ही हैं, किसानों को जनता का सपॉर्ट'

दूल्हे ने कहा, ‘हम भले ही शहरों में आकर बस गए हों लेकिन जड़ें तो खेती ही है। किसानों को प्राथमिकता देनी चाहिए। हम यह संदेश देना चाहते हैं कि किसानों को जनता का पूरा समर्थन है।’ किसानों ने हरियाणा और यूपी से लगते बॉर्डर को जाम कर दिया है।

​कृषि बिल के खिलाफ डटे हैं किसान
​कृषि बिल के खिलाफ डटे हैं किसान

किसान कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का स्पष्ट कहना है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के मुद्दे पर कोई बीच का रास्ता नहीं है। साथ ही उन्होंने सरकार को किसानों को लिखित आश्वासन देने की बात भी कही।

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