( ) के बीच सीरीज का पहला टी-20 मुकाबला कैनबरा में खेला गया। इस मैच में भारत को 11 रनों से जीत मिली। मगर जीत से ज्यादा चर्चा हो रही है उस नियम की जिसने आज भारत को मैच जिता दिया। दरअसल, जडेजा के चोटिल हो जाने के बाद कनकशन नियम के तहत को मैच में खिलाया गया। चहल ने ही ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को पवेलियन पहुंचा दिया।
मैं मानसिक रूप में फिट थाइस मामले में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान फिंच ने बताया कि उन्हें मैच के दौरान चोट लगी थी और इसकी गंभीरता का पता स्कैन कराने के बाद ही लगाया जा सकता है। ‘मैन आफ द मैच’ चहल ने कहा कि अंतिम एकादश में जगह नहीं बना पाने के बाद जब वह कनकशन विकल्प के तौर पर उतरे तो उन पर कोई दबाव नहीं था। उन्होंने कहा, ‘जब हम बल्लेबाजी कर रहे थे तो मुझ पर कोई दबाव नहीं था और फिर अचानक से मुझे पता चला कि मैं खेलने वाला हूं। मैंने काफी सारे मैच खेले हैं तो मैं मानसिक रूप से फिट था। ’
एडम जांपा ने ली सीख चहल ने कहा कि वनडे श्रृंखला में उन्होंने प्रतिद्वंद्वी टीम के लेग स्पिनर एडम जाम्पा से कुछ चीजें सीखीं कि आस्ट्रेलियाई विकेट पर किस तरह से अच्छी गेंदबाजी की जाये। उन्होंने कहा, ‘मैंने अपनी वनडे की गलतियों से सीख ली। वनडे में मैंने गेंद को काफी फ्लाइट किया था लेकिन यहां मैंने जाम्पा को गेंदबाजी करते हुए देखा, मैंने भी ऐसा ही करने की कोशिश की। ’ चहल ने कहा, ‘पहली पारी में रन बनाना थोड़ा मुश्किल था। इस विकेट पर 150-160 रन का स्कोर भी अच्छा है। मैंने अपनी योजना के अनुसार गेंदबाजी की। ’