दिलजीत सिंह दोसांझ ने कहा, ‘हमारा केंद्र से सिर्फ एक अनुरोध है कि कृपया किसानों की मांगों को पूरा करें। यहां सभी लोग शांति से बैठे हैं और पूरा देश किसानों के साथ है।’ दिलजीत दोसांझ ने आगे कहा, ‘आप सभी को सलाम, किसानों ने एक नया इतिहास रचा है। यह इतिहास आने वाली पीढ़ियों को सुनाया जाएगा। किसानों के मुद्दों को किसी के भी सामने नहीं लाया जाना चाहिए।’
दिलजीत दोसांझ ने कहा, ‘मैं यहां बोलने के लिए नहीं सुनने के लिए आया हूं। पंजाब और हरियाणा के किसानों को धन्यवाद। आपने एक बार फिर इतिहास रचा है।’ इसके बाद मजाक करते हुए कहा कि हिंद में बोल रहा हूं ताकि बाद में गुगल करना ना पड़े। उन्होंने कहा, यहां कोई भी किसान के अलावा कोई बात नहीं हो रही है। मुद्दों को न भटकाया जाए। किसान जो भी चाहते हैं, सरकार उनकी मांगों को मानें। सब शांति से बैठे हैं, कोई खून खराबे की बात नहीं हो रही है। ट्विटर पर बहुत सारी बातें होती रहती हैं और घुमाते रहते हैं।’
दिलजीत दोसांझ ने आगे कहा, ‘हम हाथ नैशनल मीडिया से हाथ जोड़कर विनती कर रहे हैं कि यह सब दिखाएं। हम सब शांति से बैठे हैं और पूरा देश आज साथ है। कृपया मेरा साथ दें और सरकार मांगें मानें।’