कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए कोरोना की वैक्सीन तैयार की जा रही है। जैसे ही वैज्ञानिकों की हरी झंडी मिलेगी, देश में टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया जाएगा। गोरखपुर स्वास्थ्य विभाग भी वैक्सीनेशन की तैयारियों में जुट गया है। इसमें तीन चरण बनाए हैं। पहले चरण में सरकारी और निजी क्षेत्रों में फ्रंट पर काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाने की योजना बनाई गई है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले कुछ हफ्तों में कोरोना वायरस का टीका आने का आश्वासन दिया है। इसके बाद से स्वास्थ्य विभाग ने टीकाकरण की तैयारियां तेज कर दी हैं। दिसंबर के तीसरे हफ्ते तक राज्यों को कोरोना का टीका मिलने की उम्मीद है। मोदी ने गत दिनों कहा था कि एक्सपर्ट्स यह मानकर चल रहे हैं कि कोरोना वैक्सीन के लिए अब ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
इनको मिलेगी प्रॉयरिटी
कोरोना वैक्सीन को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग ने जो खाका तैयार किया है, उसे तीन चरणों में बांटा गया है। इसमें प्राथमिकता के आधार पर टीका लगाया जाएगा। प्रथम चरण में सरकारी व निजी क्षेत्र में फ्रंट पर काम करने वाले 23 हजार स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाने की योजना बनाई गई है। दूसरे चरण में 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले बुजुर्गों को टीका लगाया जाएगा। वहीं, तीसरे चरण में 35 से 60 वर्ष की आयु वाले और गंभीर बीमारियों से ग्रसित पीड़ितों को वैक्सीन लगाने की योजना बनाई गई है।
पैरामेडिकल छात्रों की ली जाएगी मदद
कोरोना का टीका कम समय में अधिक लोगों को लगाने के लिए पैरामेडिकल कॉलेज के छात्रों की भी मदद ली जाएगी। लैब टेक्निशियन, फार्मासिस्ट के साथ ही एएनएम और जीएनएम की पढ़ाई करने वाले छात्रों को टीका लगाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। वहीं, वैक्सीन को रखने के लिए कक्ष बनाया जा रहा है, जहां डीप फ्रीजर व उचित तापमान की व्यवस्था की जाएगी। सीएमओ श्रीकांत तिवारी ने बताया कि पहले चरण में 23 हजार स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाएगा। सूची तकरीबन फाइनल है। टीकाकरण के लिए पैरामेडिकल छात्रों की मदद ली जाएगी।