संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब की छह दिवसीय यात्रा पर गए भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे के भव्य स्वागत से पाकिस्तान बेचैन हो उठा है। पाकिस्तान को डर है कि कहीं भारत उसके सबसे बड़े एटीएम यूएई और सऊदी अरब को इस्लामाबाद से दूर न कर दे। पाकिस्तान अब तक इन दोनों देशों को सैन्य मदद देने की आड़ में रुपये ऐठता रहता था। हालांकि, हाल के दिनों में सऊदी अरब और पाकिस्तान के संबंधों में काफी कड़वाहट भी देखने को मिली है।
India UAE Relations: संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब की छह दिवसीय यात्रा पर गए भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे के भव्य स्वागत से पाकिस्तान बेचैन हो उठा है। पाकिस्तान को डर है कि कहीं भारत उसके सबसे बड़े एटीएम यूएई और सऊदी अरब को इस्लामाबाद से दूर न कर दे।
संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब की छह दिवसीय यात्रा पर गए भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे के भव्य स्वागत से पाकिस्तान बेचैन हो उठा है। पाकिस्तान को डर है कि कहीं भारत उसके सबसे बड़े एटीएम यूएई और सऊदी अरब को इस्लामाबाद से दूर न कर दे। पाकिस्तान अब तक इन दोनों देशों को सैन्य मदद देने की आड़ में रुपये ऐठता रहता था। हालांकि, हाल के दिनों में सऊदी अरब और पाकिस्तान के संबंधों में काफी कड़वाहट भी देखने को मिली है।
यूएई के सेना प्रमुख से मिले जनरल नरवणे
भारतीय सेना के अनुसार, जनरल नरवणे ने संयुक्त अरब अमीरात के लैंड फोर्सेज एंड स्टाफ के कमांडर मेजर जनरल सालेह मोहम्मद सालेह अल अमीरी से मुलाकात की। इस दौरान दोनों अधिकारियों के बीच आपसी हितों और रक्षा सहयोग के मुख्य मुद्दों पर चर्चा भी हुई। रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण दो खाड़ी देशों की यह किसी भी भारतीय सेना प्रमुख की पहली यात्रा है।
गार्ड ऑफ ऑनर से हुआ जनरल नरवणे का स्वागत
भारतीय सेना ने बताया कि जनरल नरवणे को संयुक्त अरब अमीरात के लैंड फोर्सेज के मुख्यालय में गार्ड ऑफ ऑनर देकर स्वागत किया गया। जिसके बाद उन्होंने मार्टियर्स प्वाइंट पर पुष्पचक्र अर्पित किया। भारतीय सेना के अतिरिक्त सार्वजनिक सूचना महानिदेशालय ने शुक्रवार को एक ट्वीट में बताया कि सेना प्रमुख ने लैंड फोर्सेज एंड स्टाफ के कमांडर मेजर जनरल सालेह मोहम्मद सालेह अल अमीरी से मुलाकात की और आपसी हितों और सुरक्षा सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की।
सेना प्रमुख ने यूएई के सैन्य स्कूलों का किया दौरा
बयान में बताया गया कि जनरल नरवणे ने लैंड फोर्सेज इंस्टीट्यूट, इनफैंट्री स्कूल एंड आर्मर स्कूल का भी दौरा किया। सेना प्रमुख की संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा का मकसद द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को और मजबूत करना है। उनकी यह यात्रा दोनों देशों के बीच प्रगाढ़ हो रहे संबंधों को दिखाती है और ऐसी अपेक्षाएं हैं कि इससे रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग के नए आयाम खुलेंगे। ज
अहम है भारतीय सेना प्रमुख की यह यात्रा
जनरल नरवणे की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब खाड़ी क्षेत्र में तेजी से घटनाक्रम बदल रहे हैं और इन घटनाक्रमों में कई अरब देशों का इजरायल के साथ संबंधों का सामान्य होना है। वहीं यह यात्रा ईरान के शीर्ष परमाणु हथियार वैज्ञानिक मोहसिन फाखरिजादेह की हत्या के बाद पैदा हुई स्थितियों के बीच हो रही है। पाकिस्तान भी चीन के साथ मिलकर होरमुज की खाड़ी और अदन की खाड़ी के बीच गश्त कर रहा है। ऐसे में भारत भी यूएई और सऊदी की मदद से इस क्षेत्र में अपनी ताकत बढ़ाने की तैयारी में है।
13 दिसंबर को सऊदी जाएंगे सेना प्रमुख नरवणे
आधिकारिक सूचना के अनुसार सेना प्रमुख 13-14 दिसंबर को सऊदी अरब की यात्रा पर होंगे। जनरल नरवणे की खाड़ी क्षेत्र की यात्रा से कुछ दिन पहले ही विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बहरीन और संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा की है।