नहीं थम रहा किसानों का गुस्सा, अमित शाह के घर फिर बड़ी मीटिंग

नई दिल्ली
नए कृषि कानूनों (New Farm Law) के खिलाफ किसानों का हल्लाबोल जारी है। किसानों के इस आंदोलन (Kisan Andolan Latest News) के बीच राजनीतिक दल अपना-अपना झंडा ऊपर रखना चाहते हैं। इसको लेकर सवाल भी उठ रहे हैं। यही नहीं, अन्नदाता के इस आंदोलन के बीच कई जानी-मानी हस्तियां भी समर्थन में आ रही हैं। उग्र होते प्रदर्शन के बीच केंद्रीय मंत्री और कृषि राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने गृहमंत्री से उनके आवास पर मुलाकात की। केंद्र सरकार किसानों के साथ बैठकर जल्द से जल्द मामले का हल निकालना चाहती है।

कछ वामपंथी संगठन है जिनका एजेंडा किसान नहीं है बल्कि कुछ और है। इन वामपंथी और माओवादी तरह के संगठनों से किसानों को बचना चाहिए और समझना चाहिए कि उनका अगर कोई हमदर्द है तो वे नरेंद्र मोदी है। किसान बहुत मासूम है किसी के जाल में न फंसे: भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन

आप सोचते हो कि किसान आपकी बात मानकर ऐसे ही घर चलेगा जाएगा। तो आज का नारा है किसान का, बार-बार चर्चा के लिए मत बुलाओ वो कहते हैं-“बातचीत हो मगर इस बात पर हो कि यस और नो।” किसान इस बात पर टिका है कि वो ये कानून रद्द करवा के जाएंगे: सिंघु बॉर्डर से कॉमेडियन गुरप्रीत घुग्गी

दिल्ली: पंजाबी अभिनेता गुरप्रीत घुग्गी ने सिंघु बॉर्डर पर बैठे प्रदर्शनकारी किसानों से मुलाकात की है। उन्होंने कहा है कि “यह लड़ाई ‘ज़मीरदार’ की है। तीन नए कृषि कानूनों को किसानों ने खारिज कर दिया है, इसलिए केंद्र को भी इसे वापस ले लेना चाहिए।

देवेंद्र फडणवीस ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में अघोषित आपातकाल है। तो, दिल्ली में क्या हो रहा है? आप अन्नदाता को आतंकवादी कह रहे हैं। जो भी किसानों को आतंकवादी कहता है वह इंसान कहलाने लायक नहीं है: महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे

केंद्रीय कृषि मंत्री से मिलने वालों में से 90 लोगों का आज खेती से कोई लेना-देना नहीं है। 10 किसान जो बैठक में उपस्थित थे उनके पास अन्य व्यवसाय भी हैं: किसान नेता जसबीर सिंह

कृषि के तीनों क़ानूनों का समर्थन करने वाले किसानों को मैं धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं आंदोलनकारी किसानों से आग्रह करता हूं कि इसका रास्ता बातचीत से ही निकलने वाला है: केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी

आज उत्तराखंड के किसानों ने मुझसे कृषि कानूनों के समर्थन में मुलाकात की। मैं उन किसानों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने कानूनों को समझा, अपने विचार व्यक्त किए और इसका समर्थन किया: केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर

राजस्थान: सुरक्षा कर्मियों ने जयसिंहपुर-खेरा सीमा (राजस्थान-हरियाणा सीमा) के पास बैरिकेड्स लगा दिए हैं, जहा किसान एकत्रित हो गए हैं।

हमारा रुख स्पष्ट है, हम चाहते हैं कि तीनों कृषि कानूनों को निरस्त किया जाए। इस आंदोलन में भाग लेने वाले सभी किसान यूनियन एक साथ हैं: किसान नेता शिव कुमार कक्का, सिंघु बॉर्डर

किसान रविवार सुबह 8 से शाम 5 बजे तक एक दिवसीय भूख हड़ताल पर रहेंगे। सभी जिला मुख्यालयों पर होंगे धरने: किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी, सिंघु बॉर्डर

दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर रिलायंस जियो के टावर पर निशान-ए-साहिब।

दिल्ली-जयपुर हाइवे बंद किया गया।

केजरीवाल ने की उपवास रखने की घोषणा
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी (आप) कार्यकर्ताओं और समर्थकों से के समर्थन में उपवास रखने की अपील की।

केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा, ‘दो कदम अगर किसान आगे बढ़ेगा तो दो कदम सरकार आगे बढ़ेगी और इसका हल निकालें। वरना, इन लोगों ने तो 60 साल सिर्फ राजनीति की थी और आज भी ये किसान का इस्तेमाल कर आगे बढ़ना चाहते हैं। हम किसानों और उनके प्रतिनिधियों के संपर्क में हैं और मुझे लगता है कि जल्द ही अगली बैठक होगी।’

पंजाब के निलंबित डीआईजी (जेल) लखविंदर सिंह ने प्रीमैच्योर रिटायरमेंट मांगा है। उन्होंने प्रमुख सचिव को चिट्ठी में लिखा है कि मैं कृषि कानूनों के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसान भाइयों के साथ खड़ा हूं।

उधर, दिल्ली में कांग्रेस नेता शशि थरूर ने जंतर-मंतर में आयोजित प्रदर्शन में हिस्सा लिया। यहां कांग्रेस पार्टी के सांसद प्रदर्शन कर रहे हैं। शशि थरूर ने कहा, ‘मेरे सहयोगी यहां केंद्र सरकार से किसानों के साथ मिलकर मामले का हल निकालने के लिए कह रहे हैं।’

‘…और 500 ट्रॉलियां आने वाली हैं’आम आदमी पार्टी ने तय किया है कि उसके कार्यकर्ता कृषि कानूनों के खिलाफ उपवास करेंगे। इस बात की जानकारी दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने दी। ठंड की दस्तक के बावजूद किसान अभी भी सिंघु बॉर्डर पर डटे हुए हैं। प्रदर्शन में शामिल एक शख्स ने कहा, ‘मैं यहां शनिवार रात को आया हूं। राजस्‍थान, पंजाब और हरियाणा से और किसान पहुंच रहे हैं। 16 दिसंबर को यहां 500 और ट्रॉली आ जाएंगी।’

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