ब्रिटेन के बाद अब अमेरिका में भी फाइजर की कोरोना वैक्सीन लगने के बाद एक स्वास्थ्यकर्मी की तबीयत खराब हो गई है। बताया जा रहा है कि वैक्सीन की डोज लेने के बाद अलास्का के एक स्वास्थ्यकर्मी को गंभीर एलर्जिक रिएक्शन हुआ है। जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इस व्यक्ति को दवा या किसी अन्य प्रकार की एलर्जी का कोई इतिहास नहीं है। ऐसे में फाइजर की वैक्सीन के ऊपर लोगों का शक फिर से बढ़ गया है। फाइजर ने भारत में भी आपातकालीन इस्तेमाल के लिए सरकार से अनुमति मांगी है।
Pfizer Covid-19 Vaccine Allergic Reaction: ब्रिटेन के बाद अब अमेरिका में भी फाइजर की कोरोना वैक्सीन लगने के बाद एक स्वास्थ्यकर्मी की तबीयत खराब हो गई है। बताया जा रहा है कि वैक्सीन की डोज लेने के बाद अलास्का के एक स्वास्थ्यकर्मी को गंभीर एलर्जिक रिएक्शन हुआ है।
ब्रिटेन के बाद अब अमेरिका में भी फाइजर की कोरोना वैक्सीन लगने के बाद एक स्वास्थ्यकर्मी की तबीयत खराब हो गई है। बताया जा रहा है कि वैक्सीन की डोज लेने के बाद अलास्का के एक स्वास्थ्यकर्मी को गंभीर एलर्जिक रिएक्शन हुआ है। जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इस व्यक्ति को दवा या किसी अन्य प्रकार की एलर्जी का कोई इतिहास नहीं है। ऐसे में फाइजर की वैक्सीन के ऊपर लोगों का शक फिर से बढ़ गया है। फाइजर ने भारत में भी आपातकालीन इस्तेमाल के लिए सरकार से अनुमति मांगी है।
अमेरिका में भी वैक्सीन का ब्रिटेन जैसा रिएक्शन
अमेरिका के स्वास्थ्य अधिकारियों ने दावा किया है कि इस स्वास्थ्यकर्मी को ठीक वैसा ही रिएक्शन हुआ है जैसा कुछ दिनों पहले ब्रिटेन में दो स्वास्थ्यकर्मियों में देखा गया था। ऐसा रिएक्शन जानलेवा भी हो सकता है। इसमें इंसान को सांस लेने में मुश्किल होती है और उसका ब्लडप्रेशर काफी गिर जाता है। बुधवार को अस्पताल में भर्ती किए गए अमेरिकी स्वास्थ्यकर्मी को डॉक्टरों ने खतरे से बाहर बताया है।
ब्रिटेन में भी फाइजर वैक्सीन से बीमार पड़े थे दो स्वास्थ्यकर्मी
ब्रिटेन में भी वैक्सीनेशन के दौरान दो स्वास्थ्यकर्मी टीका लगने के बाद बीमार पड़ गए थे। जिसके बाद ब्रिटिश स्वास्थ्य विभाग मेडिसिन्स एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी (एमएचआरए) ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि ऐसे लोग जिन्हें किसी दवा, खाना या वैक्सीन से एलर्जी है वह फाइजर की कोरोना वैक्सीन का टीका न लगवाएं। हालांकि, फाइजर ने बयान जारी करते हुए कहा था कि वह इस मामले की जांच कर रही है।
अमेरिकी FDA ने भी जारी की चेतावनी
अमेरिका सी खाद्य और औषधि प्रशासन ने भी लोगों को सलाह जारी कर कहा है कि वे वैक्सीन की डोज लेने के पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। लोगों से यह जानकारी लेने के कहा गया है कि वे यह जरूर पता कर लें कि उन्हें वैक्सीन के किसी घटक से कोई एलर्जी तो नहीं है। एफडीए ने अपनी गाइडलाइन में कहा है कि स्वास्थ्य नियंत्रण किसी भी ऐसे आदमी को फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन न दें जिसका एलर्जी का कोई इतिहास रहा हो।
ट्रंप भी कोरोना वायरस वैक्सीन की डोज लेने को हैं तैयार
वाइट हाउस की प्रेस सचिव केलिग मैकएनैनी ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रपति ने कहा है कि वह टीके की खुराक लेने के लिए तैयार हैं। निजी बातचीत में इस बारे में वह अपनी इच्छा जता चुके हैं और सार्वजनिक तौर पर भी यह बात जगजाहिर है। लेकिन अभी भी वह कोविड-19 से उबर नहीं पाए हैं। उनकी मेडिकल टीम जब इसकी इजाजत दे देगी तो वह जल्द से जल्द टीका ले लेंगे। लेकिन उनकी प्राथमिकता अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे कर्मियों और सबसे ज्यादा जोखिम वाले लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना है।
इसलिए भारत के लिए है चिंता की बात
फाइजर कंपनी की भारतीय इकाई ने भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआई) से फाइजर/बायोनटेक वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की अनुमति मांगी है। ब्रिटेन में टीके को मंजूरी मिलने के बाद फाइजर और बायोनटेक को आगामी दिनों में अन्य देशों में भी इस टीके को मंजूरी मिलने की उम्मीद है। भारत में ऐसा कोई भी सरकारी आंकड़ा नहीं है जिससे पता चल पाए कि कौन से मरीज में पहले एलर्जी के मामले सामने आए हैं। ऐसे में अगर किसी ऐसे व्यक्ति को वैक्सीन दिया जाता है जिसमें एलर्जी की संभावना ज्यादा है तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।