1 साल बाद कोरोना के उत्पत्ति की जांच करने वुहान जाएगी WHO की टीम, क्या सामने आएगी सच्चाई?

दुनियाभर में 7 करोड़ से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाने वाले कोरोना वायरस की उत्पत्ति संबंधी जांच के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन टीम जनवरी में चीन के वुहान शहर का दौरा करेगी। 1 साल बाद इस वैश्विक महामारी की जांच के लिए डब्लूएचओ की टीम के वुहान जाने पर कई लोगों ने सवाल भी उठाए हैं। लोगों को संदेह है कि इस दौरे का कोई सार्थक परिणाम निकलेगा। उधर चीन, शुरू से ही वुहान से कोरोना की उत्पत्ति की आशंकाओं को निराधार बताता रहा है।

WHO Scientists Team in Wuhan: दुनियाभर में 7 करोड़ से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाने वाले कोरोना वायरस की उत्पत्ति संबंधी जांच के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन टीम जनवरी में चीन के वुहान शहर का दौरा करेगी। 1 साल बाद इस वैश्विक महामारी की जांच के लिए डब्लूएचओ की टीम के वुहान जाने पर कई लोगों ने सवाल भी उठाए हैं।

1 साल बाद कोरोना के उत्पत्ति की जांच करने वुहान जाएगी WHO की टीम, क्या सामने आएगी सच्चाई?

दुनियाभर में 7 करोड़ से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाने वाले कोरोना वायरस की उत्पत्ति संबंधी जांच के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन टीम जनवरी में चीन के वुहान शहर का दौरा करेगी। 1 साल बाद इस वैश्विक महामारी की जांच के लिए डब्लूएचओ की टीम के वुहान जाने पर कई लोगों ने सवाल भी उठाए हैं। लोगों को संदेह है कि इस दौरे का कोई सार्थक परिणाम निकलेगा। उधर चीन, शुरू से ही वुहान से कोरोना की उत्पत्ति की आशंकाओं को निराधार बताता रहा है।

16 लाख मौत के बाद भी कोरोना की उत्पत्ति है रहस्य
16 लाख मौत के बाद भी कोरोना की उत्पत्ति है रहस्य

डब्ल्यूएचओ के प्रवक्ता हेडिन हैल्डर्सन ने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय मिशन के जनवरी के पहले सप्ताह में चीन जाने की उम्मीद है। अभी तक इस घातक वायरस से दुनियाभर में 1,657,062 लोगों की मौत हो चुकी है सबकि संक्रमितों की तादात 74,613,745 पहुंच गई है। फिर भी लोगों को पुख्ता तौर पर यह नहीं पता है कि कोरोना वायरस का संक्रमण कहां से फैला है।

चीन के पसंद के विशेषज्ञ जांच में होंगे शामिल
चीन के पसंद के विशेषज्ञ जांच में होंगे शामिल

डब्लूएचओ पर आरोप लगते रहे हैं कि वह चीन की गोद में खेल रहा है। बताया जा रहा है कि जो टीम वुहान का दौरा करेगी, उसका चुनाव भी चीन ही कर रहा है। इसके लिए डब्लूएचओ ने विशेषज्ञों की एक सूची चीन को सौंपी थी, जिसमें उन लोगों के नाम शामिल थे जो इस मामले की जांच करेंगे। संयुक्त राष्ट्र के इस संगठन को अब चीन की मंजूरी मिल चुकी है।

दो सदस्यीय दल पहले ही कर चुके हैं तैयारी
दो सदस्यीय दल पहले ही कर चुके हैं तैयारी

डब्ल्यूएचओ की निर्णय लेने वाली इकाई वर्ल्ड हेल्थ असेंबली (डब्ल्यूएचए) ने मई में अपने वार्षिक सम्मेलन में वायरस की उत्पत्ति की जांच करने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया था। चीन ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया था। इस इकाई का अध्यक्ष इस समय भारत है। डब्ल्यूएचओ के दो सदस्यीय दल ने अगस्त में चीन का दौरा किया था और कोविड-19 के स्रोत का पता लगाने के संबंध में जमीनी कार्य पूरा किया था।

डब्लूएचओ पर जांच का बढ़ा दबाव
डब्लूएचओ पर जांच का बढ़ा दबाव

रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार की बैठक में अमेरिका, यूरोपीय संघ, ऑस्ट्रेलिया के प्रतिनिधियों ने डब्ल्यूएचओ का आह्वान किया कि टीम को भेजा जाए और मिशन के बारे में और जानकारी साझा की जाए। खबर में यह भी कहा गया है कि डब्ल्यूएचओ सदस्य देश की मंजूरी के बिना किसी दल को उसके यहां नहीं भेज सकता।

जांच से पहले चीन ने वुहान थ्योरी को किया खारिज
जांच से पहले चीन ने वुहान थ्योरी को किया खारिज

डब्ल्यूएचओ की जांच के पहले ही चीन ने दावा किया है कि वुहान में कोविड-19 का पहला मामला आने का यह मतलब नहीं है कि संक्रमण की शुरुआत चीन के इसी शहर से हुई थी। हाल में चीन सरकार के नियंत्रण वाले कई मीडिया संस्थानों ने ऐसी खबरें प्रसारित की है जिसमें कहा गया कि विदेश से आयातित खाद्य सामग्री के पैकेट पर कोरोना वायरस मिले। चीन ने दावा किया था कि भारत से आए समुद्री मछली के पैकेट पर भी कोरोना वायरस मिले। आरोप लगाया गया कि विदेश से आए इन्हीं पैकेटों के जरिए शायद वायरस चीन आया होगा।

चीन ने बताया जटिल वैज्ञानिक मुद्दा
चीन ने बताया जटिल वैज्ञानिक मुद्दा

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि चीन में संक्रमण का पहला मामला आया लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि कोरोना वायरस की शुरुआत चीन से हुई। इसलिए हमारा मानना है कि वायरस की शुरुआत कहां से हुई, यह एक जटिल वैज्ञानिक मुद्दा है जिसके लिए दुनिया भर की वैज्ञानिक बिरादरी को सहयोग करना चाहिए। ऐसा करके ही हम भविष्य में जोखिमों को कम कर सकते हैं क्योंकि संक्रमण के आरंभ का पता लगाने का काम जटिल प्रक्रिया है और इसमें कई देशों को शामिल होना चाहिए।

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