COVID-19 से जंग में बड़ा सवाल कायम, क्या बच्चों को भी लगेंगे Coronavirus Vaccine के इंजेक्शन?

ब्रिटेन और अमेरिका में कोरोना वायरस इन्फेक्शन से लड़ने के लिए Pfizer की वैक्सीन देना शुरू कर दिया गया है। ब्रिटेन में जहां बुजुर्गों के साथ फ्रंटलाइन हेल्थवर्कर्स को पहले चरण के लिए चुना गया है, वहीं अमेरिका में 30 लाख हेल्थवर्कर्स और नर्सिंग होम रेजिडेंट्स को वैक्सीन दी जानी है। एक बात जिसपर सभी का ध्यान है और जिसे लेकर सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या बच्चों को भी कोरोना वैक्सीन दी जाएगी। दोनों देशों में बच्चों को फिलहाल वैक्सिनेशन के लिए नहीं चुना गया है।

Coronavirus Vaccine for Children: अमेरिका और ब्रिटेन में कोरोना वायरस वैक्सीन दी जाने लगी है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या बच्चों को भी ये वैक्सीन दी जाएगी।

COVID-19 से जंग में बड़ा सवाल कायम, क्या बच्चों को भी लगेंगे Coronavirus Vaccine के इंजेक्शन?

ब्रिटेन और अमेरिका में कोरोना वायरस इन्फेक्शन से लड़ने के लिए Pfizer की वैक्सीन देना शुरू कर दिया गया है। ब्रिटेन में जहां बुजुर्गों के साथ फ्रंटलाइन हेल्थवर्कर्स को पहले चरण के लिए चुना गया है, वहीं अमेरिका में 30 लाख हेल्थवर्कर्स और नर्सिंग होम रेजिडेंट्स को वैक्सीन दी जानी है। एक बात जिसपर सभी का ध्यान है और जिसे लेकर सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या बच्चों को भी कोरोना वैक्सीन दी जाएगी। दोनों देशों में बच्चों को फिलहाल वैक्सिनेशन के लिए नहीं चुना गया है।

अभी नहीं पर्याप्त डेटा
अभी नहीं पर्याप्त डेटा

दरअसल, अलग-अलग उम्र के लोगों पर वैक्सीन की स्टडी का पर्याप्त डेटा अभी मौजूद नहीं है। माना जा रहा है कि यह अगले साल तक मिल सकेगा। Pfizer की वैक्सीन का 12 साल तक की उम्र के बच्चों पर टेस्ट अक्टूबर में शुरू किया गया था और अभी उसके नतीजे आने में कुछ महीने का वक्त लग सकता है। फूड ऐंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन को इस बारे में फैसला करना होगा कि क्या बच्चों पर इमर्जेंसी में इस्तेमाल की इजाजत देने के लिए डेटा पर्याप्त है। इन नतीजों के आधार पर इस बात पर भी फैसला किया जाएगा कि क्या और छोटे बच्चों पर इसका टेस्ट किया जा सकता है।

Moderna का भी ट्रायल
Moderna का भी ट्रायल

वहीं, अमेरिका में इजाजत पाने वाली दूसरी कंपनी बनने की उम्मीद लगा रही Moderna ने इसी महीने 12 से 17 साल के बच्चों को इनरोल करना शुरू किया है। उन्हें एक साल तक ट्रैक किया जाएगा। 12 साल से कम उम्र के बच्चों पर ट्रायल 2021 की शुरुआत में हो सकते हैं। अभी इस बात पर संशय बरकरार है कि क्या बच्चों को लेकर नतीजे अगले साल स्कूल शुरू होने पर वैक्सिनेशन से पहले आ सकेंगे या नहीं।

बच्चों पर किया जा सकता है टेस्ट
बच्चों पर किया जा सकता है टेस्ट

वॉन्डरबिल्ट यूनिवर्सिटी में पीडियाट्रिक इन्फेक्शियस डिजीज स्पेशलिस्ट डॉ. बडी क्रीच का कहना है कि बड़ों पर की गई स्टडी के नतीजे भरोसा दिलाने वाले हैं और संकेत देते हैं कि बच्चों पर टेस्ट किया जा सकता है। वहीं, सिनसिनाटी के चिल्ड्रंस हॉस्पिटल में Pfizer की बच्चों पर स्टडी के लीड रिसर्चर डॉ. रॉबर्ट फ्रेंक ने कहा है कि बच्चे खुद कोविड-19 से बहुत बीमार नहीं होते हैं लेकिन वे दूसरों वायरस ट्रांसमिट कर सकते हैं। (तस्वीर: इटली के मिलान में फ्लू वैक्सीन के लिए इंतजार करते बच्चे को मनोरंजन करता कलाकार)

162 युवाओं की मौत
162 युवाओं की मौत

दुनियाभर में 16 लाख युवा कोरोना की चपेट में आ चुके हैं, 8 हजार को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और 162 की मौत हो गई है। फ्रेंक का कहना है कि युवाओं का वायरस से बचाव सिर्फ उनके लिए नहीं बल्कि समाज के लिए भी जरूरी है। वहीं, कोरोना ने अब तक पूरी दुनिया में कुल 7.47 करोड़ लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है जबकि 16 लाख 58 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

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