जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद () चुनाव के परिणाम आ चुके हैं। इसमें (PAGD) ने सर्वाधिक 110 सीटें जीतीं हैं, वहीं बीजेपी को 75 सीटों पर सफलता मिली है। डीडीसी चुनाव में मिली इस जीत को बड़ी जीत बता रही है। हालांकि उसके दावे को विपक्षी गठजोड़ नकार रहा है। क्योंकि गुपकार गठबंधन (PAGD) कश्मीर डिवीजन के 10 में से नौ जिलों में विकास परिषदों का नेतृत्व करने के लिए तैयार है। वहीं बीजेपी का गढ़ कहे जाने वाले जम्मू के कुल 10 जिलों में पार्टी को सिर्फ छह जिलों में नेतृत्व का मौका मिल रहा है।
दरअसल जम्मू-कश्मीर में सात दलों वाले गुपकार गठबंधन (PAGD) को घाटी के छह जिलों- अनंतनाग, बडगाम, गांदरबल, कुपवाड़ा, पुलवामा और कुलगाम में हर परिषद में 14 में से नौ से 12 सीटों का स्पष्ट बहुमत मिला है। बाकी में श्रीनगर को छोड़कर गठबंधन की किटी में सात सीटें हैं और कांग्रेस के सहयोग से उसे बढ़त मिली है।
श्रीनगर में अपनी पार्टी का कब्जा
वहीं, श्रीनगर जिले में गुपकार गठबंधन और अपनी पार्टी ने तीन-तीन सीटों पर जीत दर्ज की है जबकि बीजेपी यहां एक सीट ही अपने नाम कर पाई, बाकी सात सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। ऐसे में यहां निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ अल्ताफ बुखारी की अगुवाई वाली नई नवेली अपनी पार्टी के जिला विकास परिषद के गठन करने की सबसे अधिक संभावना है।
जम्मू में बीजेपी का यह है हाल
बीजेपी का गढ़ कहे जाने वाले जम्मू डिवीजन की बात करें तो यहां के कुल 10 में से कठुआ और सांबा में 13-13, जम्मू और उधमपुर में 11-11 और डोडा में आठ सीटों पर जीत दर्ज कर बहुमत हासिल की है। वहीं, रियासी में बीजेपी सात सीटों पर जीत हासिल कर गुपकार गठबंधन से आगे चल रही है, जिसने यहां तीन सीटों पर जीत दर्ज की है। अपनी पार्टी ने यहां दो, कांग्रेस ने एक सीट अपने नाम की और एक सीट निर्दलीय उम्मीदवार के खाते में गई है।
गुपकार का सहारा बन सकती है कांग्रेस
जम्मू डिवीजन में चेनाब घाटी क्षेत्र में गुपकार गठबंधन ने रामबन और किश्तवाड़ में छह सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं, राजौरी जिले के पीर पंजाल रेंज में भी उसे छह सीटों पर जीत मिली है। गुपकार गठबंधन जहां-जहां बहुमत हासिल करने से चूक गया है, उन सभी जिलों में कांग्रेस ने अधिक सीटें हासिल की हैं और ऐसे में डीडीसी के गठन में उसकी अहम भूमिका हो सकती है।
क्यों खास है जिला विकास परिषद का ये चुनावजिला विकास परिषद (District Development Council) का चुनाव परिणाम जम्मू-कश्मीर के लिए बेहद खास है। दरअसल अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने से पहले जम्मू और कश्मीर में त्रिस्तरीय पंचायत प्रणाली (ग्राम स्तरीय, ब्लॉक स्तरीय, जिला स्तरीय) नहीं थी। इन चुनाव के जरिए जम्मू के 10 और कश्मीर घाटी के 10 यानी कुल 20 जिलों में डीडीसी का गठन होगा।