क्रिसमस के बाद ब्रिटेन में सख्त लॉकडाउन, कोरोना के नए स्ट्रेन से मची है तबाही

लंदन
ब्रिटेन के विभिन्न हिस्सों में लाखों और लोग 26 दिसम्बर को सख्त लॉकडाउन पाबंदियों के दायरे में आ गए। कोरोना वायरस के अधिक संक्रामक नये स्वरूप को फैलने से रोकने के लिए नयी योजना की घोषणा की गई है। पूर्व और दक्षिण पूर्व ब्रिटेन में करीब 60 लाख लोग टीयर-4 लॉकडाउन के दायरे में आ गए हैं जो ब्रिटेन में कोविड पर काबू के लिए सबसे उच्चतम स्तर है। इसके तहत लोगों को घरों में रहने का आदेश भी दिया जाता है।

ब्रिटेन के अधिकतर हिस्सों में लोगों के बाहर निकलने पर रोक
लॉकडाउन स्कॉटलैंड और उत्तरी आयरलैंड में भी शुरू हो गया है तथा क्रिसमस के दिन छूट के बाद वेल्स में उपाय फिर से लागू कर दिये गए हैं। सबसे सख्त टीयर-4 पाबंदियों के तहत, सभी गैर-आवश्यक दुकानें, बार और रेस्तरां बंद हैं और लोगों के मिलने-जुलने की अनुमति नहीं है। लंदन सहित ब्रिटेन का एक बड़ा हिस्सा क्रिसमस से पहले से ही इस स्तर में था क्योंकि इन क्षेत्रों में कोरोना वायरस के नए प्रकार के तेजी से फैलने की बात सामने आयी थी।

फ्रांस का एक नागरिक भी कोरोना के नए स्ट्रेन से संक्रमित
उत्तरी आयरलैंड में शनिवार से छह सप्ताह का लॉकडाउन लागू हो रहा है जिसमें सभी गैर-आवश्यक दुकानें बंद होंगी। इस बीच, फ्रांस ने एक व्यक्ति के कोरोना वायरस के अधिक संक्रामक प्रकार से संक्रमित होने की पुष्टि की जो इस प्रकार का देश में पहला मामला है। उक्त व्यक्ति एक फ्रांसीसी नागरिक है जो 19 दिसंबर को लंदन से आया था।

ब्रिटेन में 570 और मरीजों की मौत
फ्रांस उन 40 से अधिक देशों में शामिल है जिन्होंने ब्रिटेन के साथ यात्रा संपर्क को निलंबित किया है। इस बीच, ब्रिटेन में कोरोना वायरस के कारण 570 और मरीजों की मौत होने की खबर है। इस बीच अमेर‍िकी बायोटेक कंपनी मॉडर्ना ने दावा किया है कि उसे उम्मीद है उसकी वैक्सीन कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन पर भी काम करेगी।

नए स्‍ट्रेन से दुनियाभर में क्‍यों मचा है हड़कंप?
कोरोना का यह नए स्‍ट्रेन बेहद संक्रामक बताया जा रहा है। वैज्ञानिकों ने इस नए वायरस का नाम B.1.1.7. रखा है। अधिकारियों का कहना है कि यह वायरस 70% ज्यादा तेजी से फैलता है। ब्रिटेन के कई हिस्‍से सख्‍त लॉकडाउन में चले गए हैं जबकि वहां क्रिसमस का मौका है। नए वैरियंट पर अमेरिका, यूके समेत कई देशों में रिसर्च जारी है।

कोरोना के नए स्ट्रेन पर डब्लूएचओ ने यह कहा
कोरोना वायरस के अत्याधिक संक्रमण वाले स्ट्रेन को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि यह वायरस के विकास का एक हिस्सा है। इसलिए, इस नए सुपरस्प्रेडर स्ट्रेन से घबराने की जरूरत नहीं है। डब्लूएचओ के आपातकालीन मामलों के प्रमुख माइक रेयान ने एक ऑनलाइन ब्रीफिंग में कहा कि इस मुद्दे पर पारदर्शिता का होना बहुत जरूरी है, जनता को जिस तरह से है, उसे बताना बहुत जरूरी है, लेकिन यह भी महत्वपूर्ण है कि यह वायरस के विकास का एक सामान्य हिस्सा है।

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