दुनियाभर में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण सभी प्रकार के राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक आयोजनों पर रोक लगी हुई है। इस बीच कोरोना की जन्मस्थली कहा जाने वाला चीन 14वीं पंचवर्षीय योजना को मंजूरी देने के लिए संसद के सत्र को बुला रहा है। इस सत्र में राष्ट्रपति केे महत्वाकांक्षी दीर्घकालीक रणनीतिक विकास योजना को भी कम्युनिस्ट पार्टी के सांसद मंजूरी देंगे।
2020 को छोड़कर हर साल मार्च में बुलाई जाती है संसद
(चीनी संसद) का यह सत्र अगले साल पांच मार्च (2021) को शुरू होगा। सत्र का आयोजन प्रतिवर्ष मार्च की शुरुआत में होता है लेकिन देश के इतिहास में पहली बार कोरोना वायरस महामारी के कारण 2020 में संसद सत्र का आयोजन मई में हुआ था।
3000 सांसद लेंगे हिस्सा
सत्र में करीब 3,000 सांसद हिस्सा लेते हैं जिनमें से अधिकतर सत्तारूढ़ कम्युनस्ट पार्टी ऑफ चाइना के होते हैं। हालांकि, बीजिंग सहित देश के विभिन्न भागों में संक्रमण के छिटपुट मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन चीन वुहान में संक्रमण को नियंत्रित करने में सफल रहा है। गौरतलब है कि दिसंबर 2019 में वुहान से निकले इस कोरोना वायरस के संक्रमण को नियंत्रित करने में दुनिया के ज्यादातर देश अभी तक सफल नहीं हुए हैं और महामारी के कुप्रभावों से जूझ रहे हैं।
कम्युनिस्ट पार्टी की रबड़ स्टैंप है चीनी संसद
चीन में संसद सामान्य तौर पर रबड़ स्टैंप की तरह है जो सीपीसी के प्रस्तावों पर मुहर लगाने का काम करता है। हर साल देश की सलाहकार समिति चाइनीज पीपुल्स पॉलिटकल कंसल्टेटिव कांफ्रेंस (सीपीपीसीसी) के साथ संसद का सत्र करीब दो सप्ताह के लिए आहूत होता है। समिति और संसद मिलाकर करीब 6,000 डिप्टी इसमें हिस्सा लेते हैं। संसद का सत्र प्रधानमंत्री की कार्य रिपोर्ट को मंजूरी देते हुए साल भर के लिए राष्ट्रीय एजेंडा तय करता है।