कोलकाता, 27 दिसंबर (भाषा) एक कर स्टार्टअप ने दावा किया कि सरकार द्वारा क्रमिक रूप से छोटे कारोबारियों को वस्तु एवं सेवा कर के तहत लाने से सेवाप्रदाताओं को काफी लाभ हो रहा है। स्टार्टअप जीएसटी दोस्त का अनुमान है कि जीएसटी और संबंधित सेवाओं का कुल मूल्य 12,000 करोड़ रुपये से अधिक है। जीएसटी दोस्त के अध्यक्ष विकास धनानिया ने कहा, ‘‘100 करोड़ रुपये और उससे अधिक की कंपनियों के लिए ई-चालान की शुरूआत हमारे लिए व्यापार के नए अवसर खोलेगी। भारत में 100 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार करने वाले लगभग 13,500 व्यवसाय हैं।’’ अभी तक ई-चालान 500 करोड़ रुपये से अधिक के कारोबार वाले व्यवसायों के लिए अनिवार्य था। सरकार ने कहा कि 100 करोड़ रुपये से अधिक कारोबार वाली कंपनियों के लिए ई-चालान को अनिवार्य करने से कर चोरी के मामलों में कमी आएगी।