दिवंगत बीजेपी नेता अरुण जेटली (Arun Jaitley Statue) और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah News) के बीच कैसे रिश्ते थे आज इसका जिक्र खुद शाह ने किया। (Feroz Shah Kotla Stadium) स्टेडियम में जेटली की प्रतिमा के अनावरण के मौके पर शाह ने कहा कि जब वह बेहद संकट में थे ऊंगली पकड़कर जेटली ने उन्हें इससे बाहर निकाला था।
संकट बड़ा गहरा था, जेटली ने निभाई बड़े भाई की भूमिका-HM
गृह मंत्री शाह ने कहा, ‘जेटली आयु में मुझसे बड़े थे पर मेरे जीवन में जब भी संकट आया तो बहुत सारे लोगों ने मेरी मदद की मैं इससे ना नहीं कर सकता इतना गहरा संकट था। लेकिन जेटली ने हर क्षण एक बड़े भाई की भूमिका निभाकर ऊंगली पकड़कर ये पूरे संकट से बाहर निकालने में अहम योगदान किया। अगर मैं इसे सार्वजनिक रूप से स्वीकार नहीं करूंगा तो मेरे लिए भी ये उचित नहीं होगा।’
‘मेरे लिए पब्लिक परसेप्शन की भी चिंता नहीं’
शाह ने कहा, ‘जेटली ने जरा भी डरे बगैर, वह हमेशा पब्लिक परसेप्शन की चिंता करते थे लेकिन मेरे केस में वह जरा भी डरे बगैर कभी भी पब्लिक परसेप्शन की चिंता किए बगैर कहा था तू सच्चा है और तुझे बाहर होना चाहिए। उन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया, सहारा दिया और जहां जरूरत पड़ी वहां खुद भी मीडिया के सामने या संसद में खुलकर बोलने में पीछे नहीं हटे।’
ना नहीं कर सका, इसलिए आया-शाह
शाह ने कहा कि जब रोहन जेटली (अरुण जेटली के पुत्र) का फोन आया कि क्या आप इस कार्यक्रम में आ सकते हैं तो एक क्षण मेरे जेहन में आया कि क्या इस प्रतिमा का अनावरण किसी क्रिकेटर से नहीं करवाना चाहिए? सौरभ गांगुली आने वाले थे, गौतम गंभीर थे। पर मैं अपने आपको रोक नहीं पाया। मुझे मोह हो गया कि है तो यह मौका मुझे ही लेना चाहिए। इसलिए मैंने तत्काल हां कर दिया।
10 साल सत्ता पक्ष की नींद भी हराम-शाह
शाह ने कहा कि जेटली 10 तक राज्यसभा में विपक्ष के नेता रहे। उन्होंने कहा, ‘वो 10 साल जो सत्ता में थे उनको नींद नहीं लेने दिया। ऐसा कार्य उन्होंने किया। कोई भी चीज अपनी दलीलों के साथ सदन के पटल पर रखना। सदन की गरिमा को जरा भी नीचे गिराए बगैर आक्रामकता से बात रखते थे। जनता की आवाज को मुखर रूप पर रखते थे। 10 साल विपक्ष के उनके प्रदर्शन के कारण ही 2014 में जनता ने नरेंद्र मोदी को देश का पीएम चुना और पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई।
भारतीय क्रिकेट को दी ऊंचाई
शाह ने कहा कि जेटली ने भारतीय क्रिकेट को बड़ी ऊंचाई दी है। दो अहम घटनाओं से देश में क्रिकेट आगे बढ़ा। पहली, मैच राइट्स बेचने का फैसला और दूसरा आईपीएल। उन्होंने आईपीएल के लिए बड़ी तैयारी की। मैं उस समय बाहर से ये सब देख रहा था कि लेकिन सवाल कई थे। हर सवाल का उनके मन में पूरा जवाब था। वह कहते थे, नहीं-नहीं अमित ऐसा नहीं होगा। कन्फ्यूजन के बगैर उन्होंने पर्दे के पीछे रहकर आईपीएल का मजबूत खाका बनाया। आज आईपीएल पटरी पर चढ़ चुकी है। हजारों युवा क्रिकेटर क्रिकेट को करियर के रूप में अपनाने में झिझक नहीं रहे हैं।’