के (Shivsena ) की पत्नी वर्षा राऊत की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने मामले में संजय राउत के करीबी माने जाने वाले प्रवीण राउत की तकरीबन 72 करोड़ रुपये की संपत्ति को कुर्क किया है।
प्रवर्तन निदेशालय ने यह खुलासा भी किया है कि संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत, प्रवीण राउत की कंस्ट्रक्शन कंपनी ‘अवनी’ में भी पार्टनर हैं। आपको बता दें कि माधुरी राउत के अकाउंट से जो 55 लाख रुपये वर्षा राउत के अकाउंट में ट्रांसफर किए गए थे।
उसी मामले में 5 जनवरी को ईडी उनसे पूछताछ करेगी। इसके पहले ईडी ने वर्षा राउत को 29 दिसंबर को समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन वर्षा राउत ने अतिरिक्त समय की मांग करते हुए 5 जनवरी को पूछताछ के लिए आने की बात कही है।
फ्रेंडली लोन दिया था वर्षा राउत को
प्रवर्तन निदेशालय की जांच में यह भी पता चला है कि जो पैसे माधुरी राउत के अकाउंट से वर्षा राउत को दिए गए थे, वह फ्रेंडली लोन के तौर पर दिए गए थे। लेकिन खास बात यह है कि प्रवीण राउत ने अपनी पत्नी माधुरी राउत के अकाउंट में एक करोड़ 60 लाख रुपये ट्रांसफर किए थे।
यहीं से इस अपराध की शुरुआत हुई थी। वर्षा राउत को यह पैसे दो किश्तों में मिले थे। पहली बार 50 लाख रुपये 23 दिसंबर 2010 को ट्रांसफर किए गए थे, जबकि पांच लाख रुपये 15 मार्च 2011 को भेजे गए थे। इन पैसों की मदद से दादर पूर्व में एक फ्लैट को खरीदा गया था।
95 करोड़ के घोटाले का आरोप
ईडी के मुताबिक प्रवीण राउत ने तकरीबन 95 करोड़ रुपये का घोटाला एचडीआईएल की मदद से किया है। प्रवीण ने गैर कानूनी तरीके से लोन के बहाने इन पैसों को साजिश के तहत गबन किया गया है। जिसमें कई लोग शामिल हैं।
एचडीआईएल के सारंग वाधवान राकेश वाधवान और पीएमसी बैंक के चेयरमैन वरयाम सिंह के खिलाफ आर्थिक अपराध शाखा ने मुकदमा भी दर्ज किया था। इसके अलावा मैनेजिंग डायरेक्टर जॉय थॉमस और अन्य लोगों की वजह से 4355 करोड़ का नुकसान पीएमसी बैंक को हुआ। जबकि घोटाले के इन पैसों से इनका रसूख बढ़ा।
राजनेताओं को दिये पैसे
सूत्रों के मुताबिक प्रवीण राउत ने घोटाले के इन पैसों का एक बड़ा हिस्सा कई नेताओं को भी दिया है। प्रवर्तन निदेशालय इन सभी राजनेताओं की भी जांच कर रही है। जिन्होंने यह पैसे प्रवीण राउत और उसकी पत्नी से लिए हैं। ईडी ने अपने प्रेस नोट में कहा है कि प्रवीण राउत ही पत्नी माधुरी राउत की कंपनी के सभी ट्रांजैक्शन को हैंडल करते थे।
आर्थिक अपराध शाखा ने प्रवीण को फरवरी महीने में गोरेगांव से एक रीडिवेलपमेंट प्रोजेक्ट फ्रॉड मामले में गिरफ्तार किया था। प्रवीण गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टरों में से एक थे जो एचडीआईएल की एक सहायक कंपनी है। प्रवीण राउत वाधवान ब्रदर्स, नेताओं और अधिकारियों के बीच में एक मीडिएटर के रूप में काम करते थे।
आखिर कौन हैं वर्षा राउत? भांडुप के एक स्कूल में शिक्षिका के नौकरी करने वाली वर्षा राउत की शादी संजय राउत के साथ साल 1993 में हुई थी। वर्षा राउत का राजनीति से तो कोई लेना देना नहीं है। हालांकि वह फिल्म निर्माण के कार्य से जुड़ी हुई हैं और उनकी हालिया फिल्म ‘ठाकरे’ थी। विदिता और पूर्वांशी नाम की दो बेटियों के माता-पिता हैं संजय और वर्षा राउत।
बिजनेस में भी सक्रिय हैं वर्षा राउत
वर्षा राउत, पति संजय राउत और दोनों बेटियों के साथ बिजनेस में भी सक्रिय हैं। भांडुप की फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित बंगले में राउत परिवार रहता है। संजय राउत द्वारा चुनावी एफिडेविट में बताई गई जानकारियों के अनुसार वर्षा राउत तीन कंपनियों में पाटनर हैं।
रायटर एंटरटेनमेंट एलएलपी, सनातन मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड और सिद्धांत सिस्कोन प्राइवेट लिमिटेड में पार्टनर हैं। रायटर ने ही ठाकरे फ़िल्म का निर्माण किया था। साल 2014- 15 में एफिडेविट के मुताबिक वर्षा राउत की आमदनी 13,15,254 थी।
ईडी नोटिस के बाद बनी सुर्खियांपेशे से स्कूल टीचर वर्षा राउत चर्चा में तब आई जब उन्हें ईडी ने पंजाब एंड महाराष्ट्र को ऑपरेटिव बैंक घोटाला मामले में पूछताछ के लिए नोटिस भेजा। हालांकि वर्षा राउत 29 दिसंबर को ईडी के सामने हाजिर नहीं हुई और उन्होंने अतिरिक्त समय की मांग की।
उन्होंने कहा कि वह 5 जनवरी को ईडी के सामने हाजिर होकर उनके सवालों का जवाब देंगी। ईडी इसके पहले वर्षा राउत को 11 और 22 दिसंबर को भी नोटिस भेज चुकी थी। लेकिन वर्षा राउत की तरफ से कोई उचित जवाब ईडी को नहीं मिला था।
किस मामले में आया नोटिस
प्रवर्तन निदेशालय संजय राउत के दोस्त प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी राऊत के अकाउंट से वर्षा राउत के अकाउंट में आए हुए 55 लाख रुपयों के बारे में पूछताछ करना चाहती है। प्रवर्तन निदेशालय प्रवीन राउत से हाल ही में पीएमसी बैंक घोटाला मामले में पूछताछ की है।
संजय राउत की कंपनी सिस्कोन प्राइवेट लिमिटेड में माधुरी राउत भी पार्टनर हैं। प्रवीण राउत गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन के निदेशक भी हैं जो एचडीआईएल की एक सहायक कंपनी है। एचडीआईएल के प्रमोटर सारंग वाधवान और राकेश वाधवान पीएमसी बैंक घोटाला मामले में गिरफ्तार किए गए हैं। इनके ऊपर 6500 करोड़ के गबन का आरोप है।