ऐस्टरॉइड्स पर नजर रखने वाली अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA की जेट प्रोपल्शन लैब ने नए साल के पहले ही हफ्ते में कई स्पेस रॉक्स को लेकर चेतावनी जारी की है। इसके मुताबिक 3 जनवरी तक चार ऐस्टरॉइड धरती के करीब से गुजर जाएंगे। इनमें सबसे ज्यादा अहम है 220 मीटर का ऐस्टरॉइड। हालांकि, धरती से इनके टकराने की आशंका नहीं है। करीब से गुजरने वाले ऐस्टरॉइड्स को NEO (नियर अर्थ ऑब्जेक्ट्स) की श्रेणी में रखा जाता है।
Asteroid News 2021: नए साल की शुरुआत में पहले ही हफ्ते में धरती के करीब से चार ऐस्टरॉइड गुजरने वाले हैं। इनसे किसी तरह के खतरे की आशंका नहीं है।
ऐस्टरॉइड्स पर नजर रखने वाली अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA की जेट प्रोपल्शन लैब ने नए साल के पहले ही हफ्ते में कई स्पेस रॉक्स को लेकर चेतावनी जारी की है। इसके मुताबिक 3 जनवरी तक चार ऐस्टरॉइड धरती के करीब से गुजर जाएंगे। इनमें सबसे ज्यादा अहम है 220 मीटर का ऐस्टरॉइड। हालांकि, धरती से इनके टकराने की आशंका नहीं है। करीब से गुजरने वाले ऐस्टरॉइड्स को NEO (नियर अर्थ ऑब्जेक्ट्स) की श्रेणी में रखा जाता है।
एक के बाद एक गुजरेंगे
NASA के मुताबिक 180 मीटर से 390 मीटर के बीच आकार का 2003 AF23 3 जनवरी को 63 लाख किलोमीटर की दूरी से गुजरेगा। इससे पहले 2 जनवरी को 2019 YB4 64 लाख किलोमीटर की दूरी से गुजरेगा जिसका आकार 12 मीटर के 36 मीटर के बीच हो सकता है। इसके बाद 3 जनवरी को 2020YA1 और 2020YP4 धरती के करीब से निकलेंगे। 2020YA1 15 लाख किलोमीटर और 2020YP4 21 लाख किलोमीटर दूर से निकलेगा। इनका आकार 12-37 मीटर के बीच है।
धरती को कितना खतरा?
भले ही यह दूरी काफी कम लगे लेकिन छोटे आकार के कारण इन ऐस्टरॉइड्स से धरती को किसी तरह का नुकसान होने की आशंका कम है। दरअसल, वायुमंडल में दाखिल होने के साथ ही आसमानी चट्टानें टूटकर जल जाती हैं और कभी-कभी उल्कापिंड की शक्ल में धरती से दिखाई देती हैं। ज्यादा बड़ा आकार होने पर यह धरती को नुकसान पहुंचा सकते हैं लेकिन छोटे टुकड़ों से ज्यादा खतरा नहीं होता।
100 साल में 22 ऐस्टरॉइड्स पर नजर
वहीं, आमतौर पर ये सागरों में गिरते हैं क्योंकि धरती का ज्यादातर हिस्से पर पानी ही मौजूद है। अगर किसी तेज रफ्तार स्पेस ऑब्जेक्ट के धरती से 46.5 लाख मील से करीब आने की संभावना होती है तो उसे स्पेस ऑर्गनाइजेशन्स खतरनाक मानते हैं। NASA का Sentry सिस्टम ऐसे खतरों पर पहले से ही नजर रखता है। इसमें आने वाले 100 सालों के लिए फिलहाल 22 ऐसे ऐस्टरॉइड्स हैं जिनके पृथ्वी से टकराने की थोड़ी सी भी संभावना है।