अशोक तुलस्यान, चतरा
‘जिसका कोई नहीं उसका तो खुदा है यारों’ और अभी तक सुना है कि मरीजों के लिए डॉक्टर भगवान होते हैं। लेकिन क्या सड़क पर घायल पड़े एक युवक ने कभी सोचा होगा कि उनकी जान बचाने वाला कोई डॉक्टर नहीं बल्कि चतरा के जिला परिवहन विभाग के पदाधिकारी होंगे यानी डीटीओ साहब। घायल युवक के लिए तो वाकई आज का दिन जिला परिवहन पदाधिकारी अनवर हुसैन किसी भगवान से कम नहीं थे।
‘जिसका कोई नहीं उसका तो खुदा है यारों’ और अभी तक सुना है कि मरीजों के लिए डॉक्टर भगवान होते हैं। लेकिन क्या सड़क पर घायल पड़े एक युवक ने कभी सोचा होगा कि उनकी जान बचाने वाला कोई डॉक्टर नहीं बल्कि चतरा के जिला परिवहन विभाग के पदाधिकारी होंगे यानी डीटीओ साहब। घायल युवक के लिए तो वाकई आज का दिन जिला परिवहन पदाधिकारी अनवर हुसैन किसी भगवान से कम नहीं थे।
दरअसल, सोमवार को हिट एंड रन के एक मामले में बेहद गंभीर अवस्था में एक व्यक्ति हजारीबाग-चतरा मुख्य पथ पर स्थित एक घाटी में सुनसान जगह पर बेसुध पड़ा था। युवक को अचेत देख लोग तरह-तरह के कयास लगाकर वहां से गुजर जा रहे थे। इसी दौरान चतरा जिला परिवहन पदाधिकारी अनवर हुसैन वहां से गुजरे।
इसी रास्ते से गुजर रहे ने अपनी दरियादिली दिखाते हुए घायल अवस्था में अचेत पड़े युवक को अपने निजी वाहन से हजारीबाग के आरोग्यम अस्पताल ले गए। वहां इलाज के लिए उसे भर्ती कराया। घायल युवक की जेब में पड़े ड्राइविंग लाइसेंस के माध्यम से उसकी पहचान यूपी के कानपुर निवासी सर्वजीत सिंह के बेटे शिवप्रकाश की रूप में हुई। इधर पूरे मामले की पड़ताल कर इसकी सूचना परिजनों तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।