LIVE: कड़ाके की ठंड के साथ बारिश का सितम, फिर भी दिल्ली बॉर्डर पर डटे किसान

नई दिल्ली
नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) के खिलाफ किसान संगठनों और सरकार के बीच जारी गतिरोध अभी थमा नहीं है। सोमवार को दोनों पक्षों के बीच हुई 8वें दौर की बैठक भी बेनतीजा ही रही। दिल्ली में पड़ रही कड़ाके की ठंड और बारिश के बीच भी किसानों का आंदोलन जारी है। किसान किसी भी कीमत पर पीछे हटने को तैयार नहीं है।

बारिश ने बढ़ाई मुश्किलें
दिल्ली-एनसीआर में लगातार हो रही बारिश की वजह से दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर डटे किसान आंदोलनकारियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। बारिश और ठंड के सितम के बावजूद किसानों के हौसलें डिगे नहीं हैं और वे बॉर्डर पर डटे हुए हैं।

8वें दौर की बातचीत भी रही बेनतीजा
4 जनवरी यानी सोमवार को किसान संगठनों को और सरकार के बीच 8वें दौर की बातचीत हुई, लेकिन यह भी बेनतीजा ही रही। सरकार और किसान संगठन दोनों में से कोई भी अपने कदम पीछे खींचने को तैयार नहीं है। किसान संगठन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं।

अगली बैठक 8 जनवरी को, ‘कानून वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं’
भारतीय किसान यूनियन (टिकैत ग्रुप) के नेता राकेश टिकैत ने कहा, ‘8 जनवरी को सरकार के साथ फिर से मुलाकात होगी। इस दिन तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने पर और MSP दोनों मुद्दों पर फिर से बात होगी। हमने बता दिया है कानून वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं।’

40 दिनों से ज्यादा का वक्त हो गया आंदोलन को
नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों के आंदोलन को 40 दिनों से ज्यादा का वक्त हो चुका है। सरकार और किसान संगठनों के बीच 8 दौर की बातचीत भी हो चुकी है, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया है। कृषि कानूनों को वापस लेने और एमएसपी की कानूनी गारंटी से कम पर किसान संगठन मानने को तैयार नहीं है। ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि यह मामला कहां तक जाता है।

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