चीनी हनीट्रैप में फंसे कई अमेरिकी राजनेता, जासूस ने सेक्स कर उगलवाए खुफिया राज!

जल-थल और नभ में अमेरिका को चुनौती दे रहा चीन अब हनीट्रैप के जरिए खुफिया जानकारी को जुटाने में लगा है। कुछ दिनों पहले ही अमेरिका को चीन की एक महिला जासूस के बारे में पता चला जो 4 साल उनके देश में बिताने के बाद 2015 में वापस पेइचिंग चली गई थी। जो कई सालों से विदेशी छात्र के रूप में अमेरिका में रह रही थी। इस महिला का अमेरिका के कई बड़े राजनेताओं के साथ शारीरिक संबंध होने की भी रिपोर्ट सामने आई है। बताया जा रहा है कि इस जासूस की जाल में एक अमेरिकी मेयर के अलावा जो बाइडन की डेमोक्रेटिक पार्टी के एक वरिष्ठ नेता भी फंसे हुए थे।

Chinese Honey Trap in US: जल-थल और नभ में अमेरिका को चुनौती दे रहा चीन अब हनीट्रैप के जरिए खुफिया जानकारी को जुटा रहा है। कुछ दिनों पहले ही अमेरिका को चीन की एक महिला जासूस के बारे में पता चला जो 4 साल उनके देश में बिताने के बाद 2015 में वापस पेइचिंग चली गई थी।

चीनी हनीट्रैप में फंसे कई अमेरिकी राजनेता, जासूस ने सेक्स कर उगलवाए खुफिया राज!

जल-थल और नभ में अमेरिका को चुनौती दे रहा चीन अब हनीट्रैप के जरिए खुफिया जानकारी को जुटाने में लगा है। कुछ दिनों पहले ही अमेरिका को चीन की एक महिला जासूस के बारे में पता चला जो 4 साल उनके देश में बिताने के बाद 2015 में वापस पेइचिंग चली गई थी। जो कई सालों से विदेशी छात्र के रूप में अमेरिका में रह रही थी। इस महिला का अमेरिका के कई बड़े राजनेताओं के साथ शारीरिक संबंध होने की भी रिपोर्ट सामने आई है। बताया जा रहा है कि इस जासूस की जाल में एक अमेरिकी मेयर के अलावा जो बाइडन की डेमोक्रेटिक पार्टी के एक वरिष्ठ नेता भी फंसे हुए थे।

अमेरिकी सांसद को फंसा उगलवाए कई राज
अमेरिकी सांसद को फंसा उगलवाए कई राज

द सन की रिपोर्ट के अनुसार, चीन की इस महिला जासूस का नाम क्रिस्टीन फांग है जिसे फांग फांग के नाम से भी जाना जाता है। इस जासूस ने चार साल अमेरिका में स्टूडेंट बनकर कई अमेरिकी राजनेताओं को अपनी जाल में फंसाया था। इसमें डेमोक्रेटिक सांसद और यूएस सीनेट के इंटेलिजेंस कमेटी के मेंबर एरिक स्वैलवेल भी शामिल हैं। आरोप यह भी हैं कि स्वैलवेल और क्रिस्टीन के बीच शारीरिक संबंध थे। हालांकि, अमेरिकी सांसद ने सार्वजनिक रूप से आपसी रिश्तों को कभी स्वीकार नहीं किया है।

सुंदरता और पहुंच देखकर फिदा हुए अमेरिकी नेता
सुंदरता और पहुंच देखकर फिदा हुए अमेरिकी नेता

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 2014 में चीनी जासूस क्रिस्टीन फांग ने एरिक स्वैलवेल के चुनाव लड़ने के लिए फंडिंग की थी। दरअसर एरिक उसके फंड रेजिंग कैंपेन, व्यापक स्तर की पहुंच, सुंदरता को देखकर फिदा हो गए थे। जिसके बाद इन दोनों के बीच काफी नजदीकी बन गई थी। लेकिन, जब अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई ने एरिक को उसके चीनी जासूस होने की जानकारी दी, तब उन्होंने क्रिस्टीन से दूरी बना ली थी।

नहीं पकड़ पाई अमेरिकी खुफिया एजेंसी
नहीं पकड़ पाई अमेरिकी खुफिया एजेंसी

2015 में एफबीआई को क्रिस्टीन फांग के बारे में जानकारी मिल गई थी। जिसके बाद से एफबीआई ने उसे रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल भी बिछाया। लेकिन, अपने काम में माहिर क्रिस्टीन ने अमेरिकी खुफिया एजेंसी की चाल को पहले ही भांप लिया और देश छोड़कर फरार हो गई। बताया जाता है कि उसे अमेरिका से फरार करवाने में कई अमेरिकी राजनेताओं का हाथ था।

तो अमेरिका में चीन के हजारों हनीट्रैप जासूस?
तो अमेरिका में चीन के हजारों हनीट्रैप जासूस?

अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के पूर्व अधिकारी डेनियल हॉफमैन ने फॉक्स न्यूज को दिए गए एक इंटरव्यू में कहा कि चीन के सैकड़ों नहीं हजारों की संख्या में हनीट्रैप जासूस हमारे देश में सक्रिय हैं। ये जासूस गुप्त सूचनाओं को चीन तक पहुंचाने का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि चीन हर साल सैकड़ों की संख्या में अपने जासूसों को अच्छी अग्रेंजी सिखाकर उन्हें छात्र के रूप में अमेरिकी विश्वविद्यालयों में दाखिला दिलवाता है। यहां से ये जासूस अमेरिकी राजनेताओं और अधिकारियों को अपने जाल में फंसाकर खुफिया सूचनाएं निकलवाते हैं।

सोशल मीडिया के जरिए खोजते हैं शिकार
सोशल मीडिया के जरिए खोजते हैं शिकार

ये जासूस हनीट्रैप में फंसाने के लिए सोशल मीडिया का खूब उपयोग करते हैं। इसी के जरिए ये अमेरिकी राजनेताओं और अधिकारियों के साथ संपर्क स्थापित करते हैं। उन्होंने कहा कि फांग फांग या क्रिस्टीन फांग को भी चीन के राज्य सुरक्षा मंत्रालय ने ही अमेरिका में जासूसी करने के लिए भेजा था। उन्होंने कहा कि मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि अब भी बड़ी संख्या में चीनी जासूस अमेरिका में सक्रिय हैं, जो यहां बड़े अधिकारियों और राजनेताओं को अपने हनीट्रैप में फंसाने की कोशिश कर रही हैं।

अमेरिका ही नहीं, फ्रांस-ब्रिटेन में भी चीनी हनीट्रैप सक्रिय
अमेरिका ही नहीं, फ्रांस-ब्रिटेन में भी चीनी हनीट्रैप सक्रिय

अमेरिका ही नहीं, चीन के ये हनीट्रैप वाले जासूस फ्रांस, ब्रिटेन और नीदरलैंड में भी फैले हुए हैं। फ्रांस ने 2011 में ही चेतावनी जारी कर कहा था कि चीन उसके देश में हनीट्रैप के लिए बड़ी मात्रा में जासूसों को तैनात कर रहा है। इसके बाद दोनों देशों के संबंधों में खटास भी देखने को मिली थी। जबकि ब्रिटेन और नीदरलैंड ने 2016 में ऐसा ही आरोप चीन पर लगाया था।

चीन ने खूबसूरत जासूसों की बना रखी है फौज
चीन ने खूबसूरत जासूसों की बना रखी है फौज

चीन अपने देश में जासूसों की भर्ती के लिए बेहद घटिया तरीके अपनाता है। इसमें चीनी परिवारों पर दबाव डालना, ब्‍लैकमेल करना शामिल है। इन जासूसों के जरिए चीन अंजान पश्चिमी राजनेताओं, बिजनेसमैन और अधिकारियों को हनीट्रैप के जरिए फंसाने की कोशिश करता है। इसके लिए चीन खूबसूरत महिलाओं को भर्ती करता है और फिर उन्‍हें ट्रेनिंग देकर टारगेट के पास भेजा जाता है। ये महिलाएं टारगेट की आपत्तिजनक तस्‍वीरें और वीडियो बना लेती हैं। इसके बाद उन लोगों मनचाहा काम करने के लिए ब्‍लैकमेल किया जाता है। चीन में काम करने वाले एक ब्रिटिश बिजनसमैन ने बताया कि चीन यह विदेशों में ही नहीं अपने देश में हनीट्रैप के लिए जाल बिछाता है। इसे चीन की खुफिया एजेंसी चलाती है। चीन ने पूरी दुनिया में जासूसी के लिए अलग-अलग जगहों पर पूरा एक नेटवर्क बना रखा है।

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