बीजेपी राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने बताया कि, नये संसद भवन और के निर्माण की 20 हजार करोड की प्रतिष्ठाजनक परियोजना के विरुद्ध सारी आपत्तियों को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि, सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले पर न्यायिक मुहर भी लगा दी है।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला विपक्ष का मुंह पर तमाचा : सुशील मोदी
राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का यह निर्णय देशहित के हर बडे फैसले का विरोध करने की नीयत रखने वाले अदूरदर्शी विपक्ष के मुँह पर करारा तमाचा है। सुशील मोदी ने यह भी कहा कि, सेंट्रल विस्टा के विरुद्ध याचिका दायर करने वालों के विवेक पर सुप्रीम कोर्ट ने जो आश्चर्य प्रकट किया है, उससे विपक्ष मुँह दिखाने लायक नहीं रह गया है। सुशील मोदी ने कहा कि नरेंद्र मोदी के हर निर्णय का विरोध करना विपक्ष की नियति बन गई है। राम मंदिर का मुद्दा हो या ट्रिपल तलाक या फिर राफेल, विपक्ष ने हर मौके पर नरेंद्र मोदी की सरकार का विरोध किया। लेकिन हर बार उन्हें मुंह की खानी पड़ी। देश की जनता ने विपक्ष को करारा जवाब दिया।
से लेकर कृषि कानून का विरोध करने वालों की कलई खुली
सुशील मोदी ने कहा कि जिन लोगों ने अलग-अलग चेहरे सामने रख कर राम मंदिर के निर्माण का विरोध किया। विपक्ष ने तीन तलाक पर रोक, राफेल विमान की खरीद, धारा-370 का शिथिलीकरण और नागरिकता कानून से लेकर नये कृषि कानून तक, हर बात का विरोध किया। लेकिन अब उन सबकी कलई खुलती जा रही है। सुशील मोदी ने कहा कि नये संसद भवन के निर्माण को न्यायालय की हरी झंडी इसका ताजा उदाहरण है।
विपक्ष का विरोध देश विरोधी और जनविरोधी होते हैं : सुशील मोदी
राज्यसभा सांसद और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि, कांग्रेस, राजद और इनके वामपंथी दोस्त अंध भाजपा-विरोध के चलते अंतत: भारत विरोधी और जनविरोधी साबित होते हैं। सुशील मोदी ने कहा, नये संसद भवन के निर्माण से सांसदों और मंत्रियों को अधिक कुशलता से आधुनिक संसाधनों के साथ जनता के काम करने के लिए ज्यादा स्थान तो मिलेगा। इसके साथ ही देश की राजधानी को स्वाधीनता के 75 वें साल में गर्व करने योग्य एक नया भव्य भवन मिलेगा। इससे भारत अंग्रेजों की बनायी इमारत से काम चलाने की दीनता से मुक्ति पाएगा।