बीसीसीआई ने अपने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें शास्त्री ने कहा, ‘मैंने जीवन में जितने भी बल्लेबाजों को देखे, उसमें गावसकर सर्वश्रेष्ठ सलामी बल्लेबाज थे।’
उन्होंने कहा, ‘ मुझे गर्व है कि मुझे गावसकर की कप्तानी में खेलने का मौका मिला। वह तकनीक के मास्टर थे और उन्हें कोई भी चीज परेशान नहीं कर पाती थी। वेस्टइंडीज के खिलाफ 13 शतक लगाना, इस बात की गवाही देता है कि उन्होंने कितना शानदार खेल दिखाया।’
गावसकर टेस्ट में 10,000 रन की उपलब्धि हासिल करने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज थे। उन्होंने 1987 में टेस्ट में सर्वाधिक 34 शतकों के साथ क्रिकेट को अलविदा कहा था। गावसकर के इस रेकॉर्ड को सचिन तेंडुलकर ने 2005 में तोड़ा था।
शास्त्री ने कहा, ‘उनको मुंबई का ब्रैडमैन बुलाया जाता था जब गावसकर ने ये शतकीय पारी खेली थी। मेरे लिए गावसकर की इस तस्वीर का अनावरण करना गर्व की बात है।’