अमेरिका में ट्रंप समर्थकों के विद्रोह की आशंका, हरकत में आया महाविनाश का हथियार

वॉशिंगटन
अमेरिकी संसद भवन कैपिटल हिल पर निवर्तमान राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के दक्षिणपंथी समर्थकों की हिंसा के बाद देश में तख्‍तापलट का खतरा मंडराने लगा था। कैपिटल हिल परिसर में हुई हिंसा में अब तक 4 लोगों की मौत हो गई है और तीन अन्‍य लोगों की हालत गंभीर है। देश पर मंडराते इस संकट को देखते हुए अमेरिकी वायुसेना हरकत में आ गई और दुनिया में महाविनाश लाने वाला विमान E-4B ‘नाइटवॉच’ तत्‍काल हवा में गश्‍त लगाने लगा। यह अत्‍याधुनिक सुविधाओं से लैस विमान अमेरिका के 4,315 परमाणु बमों को नियंत्र‍ित करने में सक्षम है।

अमेरिकी मीडिया में आई खबरों में कहा गया है कि संसद पर कब्‍जे की असफल कोशिश के बाद अमेर‍िका के मेरिलैंड स्थित एंड्रयू एयरबेस से नैशनल एयर कमांड पोस्‍ट एयरक्राफ्ट E-4B ने उड़ान भरी। माना जा रहा है कि अमेरिका में आए संकट का शत्रु देश फायदा न उठा लें, इसके लिए न्यूक्लियर डूम्सडे प्‍लेन E-4B विमान तत्‍काल ऐक्‍शन में आ गया। इसके जरिए अमेरिकी सेना ने संदेश दिया कि वह इस संकट के बाद भी परमाणु हमला करने में सक्षम है और दुश्‍मनों ने अगर कोई हरकत की तो उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

9/11 हमले के बाद हरकत में आया था ‘नाइटवॉच’
अमेरिकी वायुसेना का यह महाविनाश लाने वाला विमान जब भी अमेरिका पर संकट आता है, तब हवा में उड़ जाता है। इससे पहले राष्‍ट्रपति ट्रंप के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर आने पर यह विमान हवा में उड़ गया था। इसी तरह से 9/11 हमले के बाद भी यह विमान हरकत में आया था। इस घातक प्‍लेन को ‘नाइटवॉच’ कहा जाता है। यूएस एयरफोर्स के E-4B विमान को बोइंग 747-200बी विमान में बदलाव करके बनाया गया। अमेरिकी वायुसेना ऐसे 4 विमानों का इस्‍तेमाल करती है।

यह विमान इस तरह से बनाया गया है कि यह किसी भी हमले को झेल जाने में सक्षम है। E-4B ‘नाइटवॉच’ विमान में खिड़की नहीं होती है जिससे परमाणु हमला होने पर उसमें बैठे लोगों पर कोई असर नहीं होता है। इसमें राष्‍ट्रपति समेत अतिविशिष्‍ट लोगों के बैठने की व्‍यवस्‍था होती है। यह परमाणु हमला होने के बाद भी बहुत सुरक्षित तरीके कमांड सेंटर के रूप में काम करने लगता है। इसके जरिए अमेरिका पूरी दुनिया में कहीं भी हमला करने के लिए निर्देश दे सकता है। इससे अमेरिका के परमाणु हथियारों को नियंत्रित किया जा सकता है।

4 ‘नाइटवॉच’ विमानों में से एक हमेशा अलर्ट
E-4B ‘नाइटवॉच’ विमान सबसे पहले साल 1974 में सेवा में आए थे। अब करीब 50 साल की सेवा के बाद यह विमान रिटायर होने की कगार पर है। इसी वजह से अमेरिकी वायुसेना इसे बदलने जा रही है। इसके 4 विमानों में से एक हमेशा अलर्ट मुद्रा में रखा जाता है ताकि अगर कोई भी बड़ा संकट आए तो तत्‍काल यह महाविनाश लाने वाला विमान जंग के ल‍िए तैयार हो जाए। इसी वजह से इसे डूम्सडे प्‍लेन कहा जाता है।

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