अमेरिकी संसद पर कब्‍जे की कोशिश, ट्रंप के खिलाफ विद्रोह करेंगे उपराष्‍ट्रपति पेंस?

वॉशिंगटन
अमेरिकी संसद () में डोनाल्‍ड ट्रंप के समर्थकों के खूनी हिंसा से भड़के उपराष्‍ट्रपति माइक पेंस ने इसे संसद के इतिहास का काला दिन करार दिया है। उन्‍होंने कहा कि हिंसा की ‘कभी जीत नहीं हो सकती है।’ अमेरिकी संसद पर कब्‍जे की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों को जहां ट्रंप ने ट्वीट करके उकसाने का काम किया, वहीं माइक पेंस ने हिंसा के बाद 6 घंटे से ज्‍यादा भाषण देकर प्रदर्शनकारियों की कड़ी आलोचना की। इस बीच अब अमेरिका में मांग उठ रही है कि ट्रंप को हटाने के लिए माइक पेंस संविधान के 25वें संशोधन को लागू करें। आइए जानते हैं पूरा मामला…

बुधवार को अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हजारों समर्थक अमेरिकी संसद की बिल्डिंग कैपिटल हिल में घुस गए और एक तरह से उस पर कब्‍जा करने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस के साथ उनकी जोरदार झड़प हुई। इस हिंसा में एक महिला की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए हैं। हिंसा की वजह से नए राष्ट्रपति के रूप में जो बाइडन के नाम पर मोहर लगाने की संवैधानिक प्रक्रिया भी बाधित हुई। हिंसा के बाद पेंस ने कहा कि ‘आज का दिन अमेरिकी संसद के इतिहास में एक काला दिन है।’

उपराष्‍ट्रपति पेंस सुरक्षित स्‍थान पर ले जाए गए
ट्रंप समर्थकों की हिंसा को देखते हुए सांसदों को सुरक्षित स्‍थान पर भागन पड़ा। उपराष्‍ट्रपति भी सुरक्षित स्‍थान पर ले जाए गए। हिंसा में एक महिला की गोली लगने से मौत की पुष्टि हो गई है। प्रदर्शनकारियों के हमले में कई अधिकारी घायल हो गए हैं। बिगड़ते हालात के बीच राष्ट्रीय राजधानी वॉशिंगटन में कर्फ्यू लगा दिया गया। इसके बाद भी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए सड़कों पर उतर आए। संसद में इस हिंसा के बाद अब अमेरिका में मांग उठ रही है कि माइक पेंस राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप को हटाने के लिए संविधान के 25वें संशोधन का इस्‍तेमाल करें।

जानें क्‍या है अमेरिकी संविधान का 25वां संशोधन
अमेरिका में 14 हजार कंपनियों की संस्‍था के प्रमुख ने उपराष्‍ट्रपति से मांग की है कि वह राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप को हटाने के लिए संविधान के 25 संशोधन को लागू करने पर गंभीरता से विचार करें। इस संवैधानिक संशोधन में कहा गया है कि उपराष्‍ट्रपति राष्‍ट्रपति बन सकते हैं, जब कैबिनेट बहुमत से यह घोषित कर दे कि राष्‍ट्रपति अब काम करने में सक्षम नहीं है। अगर राष्‍ट्रपति इस घोषणा का विरोध करते हैं तो संसद के दोनों ही सदनों में दो त‍िहाई बहुमत से प्रस्‍ताव को पारित करके राष्‍ट्रपति को हटाया जा सकता है। डेमोक्रेटिक पार्टी के दो सांसदों ने भी उपराष्‍ट्रपति से ट्रंप को हटाने की अपील की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *