जीत पर आधिकारिक मुहर लगते ही ऐक्शन में बाइडन, मेरिक गारलैंड को बनाया अटॉर्नी जनरल

वॉशिंगटन
राष्ट्रपति चुनाव में जीत पर अमेरिकी संसद की आधिकारिक मुहर लगने के तुरंत बाद ने को अटॉनी जनरल नामित करने का ऐलान किया है। वहीं, भारतवंशी वनिता गुप्ता एसोसिएट अटॉर्नी जनरल होंगी। बाइडन ने कहा कि संघीय अपीली अदालत के न्यायाधीश गार्लेंड और तीन अन्य वकीलों को न्याय विभाग के वरिष्ठ पदों के लिए चुना गया है जो एजेंसी की आजादी को बहाल करेंगे और कानून के शासन के प्रति भरोसा बढ़ाएंगे।

अनुभवी न्यायाधीश हैं मेरिक गारलैंड
मेरिक गारलैंड एक अनुभवी न्यायाधीश हैं, जो दशकों पहले न्याय विभाग में वरिष्ठ पद पर रह चुके हैं। उन्होंने 1995 के ओकलाहोमा बम विस्फोट मामले में अभियोजन के सुपरवाइजर की भूमिका भी निभाई थी। न्याय विभाग के शीर्ष पदों के लिए लीसा मोनेको को डिप्टी अटॉर्नी जनरल तथा न्याय विभाग में नागरिक अधिकारों की पूर्व प्रमुख भारतवंशी वनिता गुप्ता को एसोसिएट अटॉर्नी जनरल नामित करने की घोषणा की है।

वनिता गुप्ता को एसोसिएट अटॉर्नी जनरल की जिम्मेदारी
इसके अलावा क्रिस्टेन क्लार्क को नागरिक अधिकारों के लिए असिस्टेंट अटॉर्नी जनरल के तौर पर नामित करने की घोषणा की गयी है। अटॉर्नी जनरल के लिए पूर्व सीनेटर डग जोंस, डी एला और पूर्व डिप्टी अटॉर्नी जनरल सेल्ली येट्स भी दावेदार थे। नागरिक अधिकारों के मामलों में व्यापक अनुभव रखने वाली दो महिलाओं गुप्ता और क्लार्क को चुना जाना दिखाता है कि नए प्रशासन में प्रगतिशील मूल्यों को प्राथमिकता दी जाएगी।

बाइडन के बेटे हंटर के खिलाफ कर संबंधी जांच करेंगे गारलैंड
मेरिक गारलैंड को पद संभालने पर बाइडन के बेटे हंटर के खिलाफ कर संबंधी जांच के मामलों का भी सामना करना होगा। पिछले वर्षों में न्याय विभाग के कामकाज को लेकर उठे सवालों से भी उन्हें निपटना होगा। पिछले वर्षों में डेमोक्रेटिक पार्टी कई मौकों पर न्याय विभाग में राजनीतिकरण का आरोप लगा चुकी है।

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