बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सांसद सुशील कुमार मोदी ने एक बार फिर लालू प्रसाद के परिवार पर निशाना साधा है। दरअसल लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने आज भारत में बने पर संदेह जाहिर करते हुए कहा कि, सबसे पहले प्रधानमंत्री को टीका लगवा कर देश की जनता को भरोसा दिलाना चाहिए। तेज प्रताप के इस बयान के बाद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लालू का परिवार कट्टरपंथी मौलानाओं को खुश करने के लिए ही ऐसे बयान दे रहा है।
PM नरेंद्र मोदी की चमड़ी उधेड़ ने की भी धमकी दी थी तेजप्रताप ने : सुशील मोदी
बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी का कहना है कि लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने कभी सारी मर्यादाएँ तोड कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चमडी उधेड लेने की धमकी दी थी। उसके बाद कभी अपने पिता लालू यादव के समकालीन नेताओं पर अभद्र टिप्पणी की, लेकिन राजद ने न तो उनके बयानों पर खेद प्रकट किया, न उन्हें भाषा पर संयम रखने की चेतावनी दी। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि, अब तेजप्रताप कोरोना वैक्सीन पर शक करने वाले कट्टरपंथी मौलानाओं को खुश करने के लिए प्रधानमंत्री को खुद पर कोरोना टीके का ट्रायल करने की सलाह दे रहे हैं। बीजेपी सांसद ने कहा कि तेजप्रताप तो मंत्री-पद का शपथ पत्र नहीं पढ पाते है। वहीं उनकी मां राबडी देवी कभी बिहार के राज्यपाल को ” लगडा” कह चुकी हों, तब उनसे और क्या उम्मीद की जा सकती है?
लालू प्रसाद ने खुद बदजुबानी का राजनीतिकरण कर लोकतंत्र की मर्यादा तोड़ी
सुशील कुमार मोदी का कहना है कि चारा घोटाला के चार-चार मामलों में सजायाफ्ता लालू प्रसाद ने अपराध, साम्प्रदायिकता और बदजुबानी का राजनीतिकरण कर लोकतंत्र में असहमति की मर्यादाएँ तोडीं। बीजेपी सांसद ने कहा, जब बात सामाजिक न्याय की चली, तो लालू प्रसाद यादव ने “भूरा बाल साफ करो” का नारा दिया। सुशील मोदी ने कहा, आरजेडी को बताना चाहिए कि दलितों-पिछडों को न्याय दिलाने के लिए क्या चार ऊंची जातियों का अपमान कर समाज में तनाव पैदा करना जरूरी था? उन्होंने यह भी कहा, सामाजिक न्याय का रास्ता जातीय द्वेष से होकर नहीं गुजरता। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सामान्य वर्ग के गरीबों को भी 10 फीसद आरक्षण दिया। लेकिन आरजेडी ने इसका विरोध जातीय द्वेृष की रोटी सेंकने के लिए किया।
डा. उत्पलकांत के निधन को सुशील मोदी ने बताया से बिहार के चिकित्सा जगत के लिए अपूरणीय क्षति
पूर्व उपमुख्यमंत्री और सांसद सुशील कुमार मोदी ने बिहार के ख्यात शिशुरोग विशेषज्ञ डा. उत्पल कांत सिंह के निधन पर गहरा शोक जताया। उन्होंने इसे बिहार के चिकित्सा जगत व समाज जीवन की अपूरणीय क्षति बताया है। सूशील मोदी ने बताया कि डा. उत्पलकांत उनके पड़ोसी थे और जब भी उनके बच्चों को डाॅक्टर की सलाह की जरूरत पड़ती थी, वे डा. उत्पलकांत के पास ही जाते थे। शिशु रोग विशेषज्ञ के तौर पर डा. उत्पलकांत की पूरे देश में एक विशिष्ट पहचान थी। डा. उत्पलकांत चिकित्सा के अलावा सामाजिक कार्यों में भी गहरी रूचि रखते थे।