अमेरिकी संसद भवन पर ट्रंप समर्थकों के हंगामे की पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है, लेकिन भारत में सोशल मीडिया पर माहौल उस वक्त गर्म हो गया जब यूएस कैपिटल पर ट्रंप समर्थकों के हंगामे के बीच से तिरंगे की तस्वीर सामने आई। सोशल मीडिया पर इसको लेकर बहस चल पड़ी कि ट्रंप समर्थकों के उपद्रव में भारतीय तिरंगे की क्या जरूरत थी। इसको लेकर बीजेपी सासंद वरुण गांधी और कांग्रेस सांसद शशि थरूर के बीच भी ट्विटर पर ‘जंग’ शुरू हो गई। वरुण गांधी ने ट्विटर पर एक फोटो ट्वीट करते हुए बताया कि यूएस कैपिटल के पास तिरंगा लहराने वाला शशि थरूर का जानने वाला है।
वरुण गांधी ने थरूर पर साधा निशाना
बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने यूएस कैपिटल के पास तिरंगा लहराने वाले व्यक्ति से जुड़ी कुछ तस्वीरें ट्वीट कीं और कहा- ‘प्रिय शशि थरूर, अब हम जानते हैं कि यह ‘पागल आदमी’ आपका दोस्त है तो कोई केवल बस यह उम्मीद कर सकता है कि आप और आपके सहकर्मी इस हाथापाई के पीछे चुपचाप खड़े नहीं थे।’
शशि थरूर ने किया पलटवार
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी वरुण गांधी को जवाब देते हुए ट्विटर पर लिखा- ‘मैं इसका समर्थन नहीं करता हूं। क्या आप अपने हर शुभचिंतक के गुमराह कार्यों के लिए खुद को जिम्मेदार मानते हैं? मैं अपने देश के प्रिय झंडे को शर्मनाक अमेरिकी भीड़ में लाने के किसी भी प्रयास की निंदा करता हूं।’
वरुण गांधी के इस ट्वीट के बाद शुरू हुआ ये वॉर
दरअसल, अमेरिकी संसद भवन पर ट्रंप समर्थकों के हंगामे के बाद बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने गुरुवार को एक विडियो ट्वीट किया और लिखा- ‘वहां पर भारतीय झंडा क्यों है? ये एक ऐसी लड़ाई है जिसका भारत कभी भी हिस्सा नहीं बनना चाहता है।’ वरुण गांधी के इस ट्वीट पर कांग्रेस नेता थरूर ने ट्वीट करते हुए तंज कसा था।
वरुण गांधी के ट्वीट पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने जवाब देते हुए लिखा, दुर्भाग्यवश, कुछ भारतीय भी ट्रंप के इन समर्थकों जैसी मानसिकता वाले हैं, जो तिरंगे को सम्मान के बजाय एक हथियार की तरह इस्तेमाल करते हैं। जो उनसे सहमत नहीं होता है, उसे ऐंटी-नैशनल करार देते हैं। वहां पर दिख रहा वह झंडा हम सभी के लिए चेतावनी है।’
वरुण गांधी ने ट्रंप को दिया करारा जवाब
थरूर के ट्वीट के बाद वरुण गांधी भला कहां चुप बैठने वाले थे। उन्होंने जेएनयू में हुए प्रदर्शनों का जिक्र करते हुए थरूर को करारा जवाब दिया। वरुण गांधी ने ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा- आजकल, अपने देश की शान के लिए तिरंगा लहराने वाले लोगों का मजाक उड़ाना आसान हो गया है। इसके साथ ही गलत मकसद के लिए भी तिरंगा लहराना आसान हो गया है।’ एक दूसरे ट्वीट में वरुण गांधी ने लिखा, ‘दुर्भाग्यवश कई लिबरल भारत में भी ऐंटी-नैशनल प्रोटेस्ट (जैसे जेएनयू) में भी तिरंगे के गलत इस्तेमाल की चेतावनी को नजरअंदाज करते आए हैं। तिरंगा हमारे लिए गर्व का प्रतीक है और हम इसका सम्मान बिना किसी ‘मानसिकता’ के करते हैं।
आपको बता दें कि गुरुवार को अमेरिकी संसद परिसर में हुए डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों के हंगामे और हिंसा की पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है। पीएम मोदी समेत दुनियाभर के कई नेताओं ने इस घटना पर दुख जताया और इसकी आलोचना भी की। इस दौरान जब यूएस कैपिटल के बाहर भारतीय तिरंगा नजर आया तो भारत में भी इसको लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई।