कानपुर चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू से हुई थी पक्षियों की मौत, रिसर्च सेंटर भेजे गए नमूनों से हुई पुष्टि

कानपुर
ने कानपुर में दस्तक दे दी है। दो दिन पहले में चार पक्षियों की मौत हो गई थी। मृत पक्षियों में बर्ड फ्लू के लक्षण पाए गए थे। जू प्रशासन ने पक्षियों को पोस्टमॉटर्म के लिए भेजा था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में चारों पक्षियों की मौत बर्ड फ्लू से हुई है। जू प्रशासन के साथ ही साथ स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है।

कानपुर चिड़ियाघर में बने 7 बाड़ों में 935 पक्षियों को रखा गया है। इसमें लगभग सभी प्रकार के पक्षी शामिल हैं। अचानक पक्षियों की मौत के बाद जू प्रशासन ने सर्तकता दिखाते हुए जानवरों के लिए बाहर से आने वाले चिकन पर पाबंदी लगा दी है। दरअसल बर्ड फ्लू मुर्गियों से फैलता है। जू में बने पक्षियों के बाड़ों को ढक दिया गया है। इसके साथ ही दवाओं के छिड़काव और साफ-सफाई का काम किया जा रहा है। इसके साथ ही पक्षियों के बाड़े की मिट्टी और मल को भी जांच के लिए भेजा गया है।

स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
सीएमओ डॉ अनिल कुमार मिश्रा ने कहा कि बर्ड फ्लू कोरोना से ज्यादा खतनाक बीमारी है। जो सावधानियां कोरोना से बचने के लिए अपना रहे है, वही सावधानी बर्ड फ्लू से बचने के लिए करनी होगी। बर्ड फ्लू को देखते हुए प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों को पूरी तैयारी के साथ अलर्ट रहने को कहा गया है।

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