इसमें कोई संदेह नहीं कि भारत ने दो कोरोना वैक्सीन के जरिए कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में एक मजबूत किला फतह किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी देश में कोरोना वैक्सीन के इजाद पर खुशी का इजहार कर रहे हैं। उन्होंने इसे मौजूदा माहौल में मानवता की सेवा का सबसे बड़ा माध्यम करार दिया है। पीएम ने प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन 2021 को संबोधित करते हुए कहा कि भारत अपने दो देसी कोरोना वैक्सीन से मानवता की सेवा करने में सबसे आगे है। भारत में कोवैक्सीन और कोवीशील्ड (Covaxin and Covishield) को सीमित आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी गई है।
कोवैक्सीन और कोवीशील्ड हैं मेड इन इंडिया वैक्सीन
कौवैक्सीन को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) की मदद से भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने जबकि कोवीशील्ड को ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University) की मदद से ब्रिटिश/स्वीडिश कंपनी एस्ट्राजेनेका (Astrazeneca) ने विकसित किया है। हालांकि, कोवीशील्ड का उत्पादन भी भारत में ही हो रहा है। महाराष्ट्र के पुणे स्थित दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने कोवीशील्ड के प्रॉडक्शन का करार किया है।
पीएम ने की प्रवासी भारतीयों की सराहना
बहरहाल, प्रधानमंत्री ने प्रवासी भारतीयों को बताया कि आज भारत पीपीई किट, वेंटिलेटर के मामले में आत्मनिर्भर बन गया है। उन्होंने कोविड-19 महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई में प्रवासी भारतीयों की भूमिका की सराहना की। मोदी ने कहा, “आप सभी ने, जहां आप रह रहे हैं वहां और भारत में कोविड के खिलाफ लड़ाई में बड़ा योगदान किया है। पीएम केयर्स में दिया गया आपका योगदान भारत में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत कर रहा है।” पीएम ने कहा, “बीता साल हम सभी के लिए बहुत चुनौतियों का साल रहा है, लेकिन इन चुनौतियों के बीच विश्वभर में फैले भारतीय मूल के साथियों ने जिस तरह काम किया है, अपना फर्ज निभाया है वो हम सभी के लिए गर्व की बात है। यही तो हमारी मिट्टी के संस्कार हैं।”
‘टेक्नॉलजी के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है भारत’
मोदी ने प्रवासी भारतीय सम्मेलन को संबोधित करने के दौरान तकनीक और डिजिटलाइजेशन के क्षेत्र में भारत की प्रगति का जिक्र किया और कहा कि वैश्विक संस्थाओं ने भारत की नई व्यवस्थाओं की भूरि-भूरि प्रशंसा की है। उन्होंने कहा, “आज भारत भ्रष्टाचार को हराने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग कर रहा है। आज लाखों और करोड़ों रुपये सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में पहुंच रहे हैं। आधुनिक टेक्नॉलजी की मदद से गरीब से गरीब व्यक्ति को सशक्त बनाने का जो अभियान आज भारत में चल रहा है, उसकी चर्चा विश्व के हर कोने में हैं, हर स्तर पर है।” उन्होंने कहा, “नवीकरणीय ऊर्जा के मामले में हमने दिखा दिया कि विकासशील देश भी नेतृत्व कर सकता है।”