पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह (Beant Singh Murder) की हत्या के मामले में दोषी को शिरोमणि अकाली दल ने मानवीय आधार पर रिहा करने की गुजारिश की है। शिरोमणि अकाली दल के चीफ सुखबीर सिंंह बादल () ने केंद्र सरकार से अपील की है कि पूर्व सीएम बेअंत सिंह के हत्यारे बलवंत सिंह राजोआना को मानवीय आधार पर रिहा कर दिया जाए।
एक दिन पहले पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के दोषी बलवंत सिंह की फांसी की सजा को उम्रकैद में बदलने पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से जल्द फैसला लेने को कहा था। चीफ जस्टिस बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ ने केंद्र सरकार से कहा कि 26 जनवरी अच्छा दिन है, उससे पहले राष्ट्रपति के पास फाइल भेज दें। बलवंत सिंह करीब 25 साल से जेल में है।
कोर्ट ने 2007 में सुनाई थी सजा
साल 1995 में चंडीगढ़ स्थित सचिवालय के सामने हुए बम धमाकों में बेअंत सिंह समेत 18 लोगों की मौत हो गई थी। राजोआना को विशेष अदालत ने साल 2007 में फांसी की सजा सुनाई थी।
यह है पूरा मामला
31 अगस्त 1995 को पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री बेअंत सिंह राज्य सचिवालय में अपनी कार में मौजूद थे। तभी अलगाववादी संगठन बब्बर खालसा के सूइसाइड बॉम्बर आतंकवादी ने वहां पहुंचकर खुद को उड़ा लिया। यह काफी भीषण विस्फोट था। थोड़ी ही देर में लोगों के शरीर के चिथड़े और खून ही खून नजर आने लगा। उस हमले में मुख्यमंत्री सहित 18 लोग मारे गए थे। बेअंत सिंह की हत्या के फौरन बाद ही राजोआना को गिरफ्तार कर लिया गया था। उसने 1997 में अपना अपराध कबूल कर लिया था। बेअंत सिंह की हत्या में पंजाब पुलिस के कर्मचारी दिलावर सिंह ने मानव बम की भूमिका निभाई थी।