5 गांव, 158 बीघा…'कमल सरोवर' BJP विधायक को भाया, खत में यह ख्वाहिश

असगर, सुलतानपुर
ये झील पांच गांवों तक फैली है। इस झील में तीन दशक से कमल खिल रहे हैं। अब इस ‘कमल सरोवर’ को पर्यटन स्थल बनाने के लिए बीजेपी विधायक आगे आए हैं। उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले में लंभुआ की इस झील में राष्ट्रीय पुष्प कमल खिल रहा है। करीब 158 बीघे जमीन में पार्टी सिंबल के खिलने की सूचना जब लंभुआ विधायक देवमणि द्विवेदी को हुई तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

लंभुआ विधानसभा के 5 गांवों में फैली है झील
बीजेपी विधायक ने मुख्य विकास अधिकारी (CDO) को सरोवर को पर्यटन स्थल बनाने के लिए लेटर लिखा है। बता दें कि लंभुआ विधानसभा के भदैंया ब्लॉक में रामगंज ब्रांच नहर के दक्षिण यह झील है। ज्ञानीपुर से मीरानपुर सहित करीब पांच गांवों की परिधि में विशाल तालाब और झील मौजूद हैं। पांच गांवों से घिरे इस झील और तालाब में करीब दस बीघे में तीन दशक से कमल के पुष्प खिलते हैं। सारस सहित दुर्लभ पशु पक्षी यहां गर्मी और ठंड के मौसम में विचरण करने पहुंचते हैं।

मीरानपुर गांव के पास स्थित झील और तालाब चार पंचायतों की 158 बीघा के इलाके में फैला हुआ है। इसमें कमल के पुष्प मौजूद हैं। रतनपुर गांव के करीब 72 बीघा, मीरानपुर के 19 बीघा, रामपुर के 36 बीघा, कोड़र के 12 बीघा और शबैजीपुर के 19 बीघा में यह विशाल तालाब पांव पसारे है। तत्कालीन बीएसपी सरकार में पर्यटन मंत्री रहे विनोद सिंह के कार्यकाल में इस तालाब के सुंदरीकरण का काम शुरू हुआ। दस दिनों तक जेसीबी भी चली लेकिन किन्ही कारणों से काम रुक गया। इस तालाब में बरसात के पानी के साथ ही रामगंज से निकली जौनपुर ब्रांच से भी पानी पहुंचकर भरता है।

सैकड़ों साल प्राचीन है तालाब
बरसात के मौसम में जून-जुलाई के महीने में करीब डेढ़ सौ बीघे में फैला यह तालाब किसी बड़ी नदी जैसा दिखता है। दशक भर से लोग इस तालाब की सुंदरता, कमल के फूलों और सारस पक्षी को देखने आते हैं। मीरानपुर सर्किल के कानूनगो रामनेवल यादव ने बताया कि यह बड़ा तालाब सैकड़ों साल प्राचीन है, जिसमें कमल पुष्प मौजूद हैं। लंभुआ विधायक देवमणि द्विवेदी ने बताया कि जब हमको यह ज्ञात हुआ कि इतना बड़ा तालाब भदैंया में है और वहां कमल के फूल हैं तो हमारी इच्छा हुई कि इन स्थानों पर कमल सरोवर की स्थापना हो। इसे पर्यटन स्थल बनाकर विकसित किया जए। इसके लिए हमने शासन के जिम्मेदारों को नये साल पर खत लिखा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *