पुलिस के मुताबिक, देवलोक कॉलोनी का रहने वाला निक्की ई-रिक्शा चलाता है। शुक्रवार दोपहर निक्की और उसकी पत्नी मालती अपने-अपने काम पर गए थे। इसी दौरान दो अज्ञात महिलाओं ने घर के बाहर खेल रहे निक्की के 10 वर्षीय मासूम बेटे प्रिंस का अपहरण कर लिया था।
सर्वे करने आई स्वास्थ्यकर्मियों पर था आरोपघटना के बाद पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकलवाई तो उसमें दो युवतियां मासूम प्रिंस को अपने साथ सड़क पर ले जाती हुई दिखाई दीं। क्षेत्र के रहने वाले लोगों ने इन युवतियों की शिनाख्त स्वास्थ्यकर्मियों के रूप में की। क्षेत्रवासियों का कहना था कि यह दोनों युवतियां दोपहर को इलाके का सर्वे करने आई थीं। इसी दौरान वह बच्चे को उठाकर ले गईं। हालांकि पुलिस ने देर रात दोनों स्वास्थ्यकर्मी महिलाओं से पूछताछ करते हुए उन्हें क्लीन चिट दे दी।
100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगालेपुलिस की चार टीमें मासूम प्रिंस की तलाश में जुटी हुई थीं। इस दौरान पुलिस ने लगभग 100 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इसके सहारे पुलिस शनिवार को मुख्य आरोपियों तक पहुंच गई। पुलिस ने शास्त्रीनगर के एक घर में बंधक बनाए गए मासूम प्रिंस को बरामद कर लिया। इसके साथ घर से प्रिंस की सगी बुआ सरिता और नोएडा निवासी उसकी सहेली पूजा को भी गिरफ्तार किया।
निक्की की सगी बहन निकली आरोपी एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि दोनों महिलाओं के पूछताछ करने के बाद बच्चे के अपहरण में उनका साथ देने वाले खरखौदा निवासी राहुल को भी गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान पता चला कि सरिता बच्चे के पिता निक्की की सगी बहन है। लगभग तीन साल पहले अपने खराब चाल-चलन के कारण सरिता का उसके पति से तलाक हो गया था। इस दौरान सरिता के भाई निक्की ने सरिता का बच्चा उसके पति को दिलवा दिया था। इसके चलते सरिता अपने भाई से रंजिश मानने लगी थी।
पुलिस ने तीनों को भेजा जेल सरिता ने अपनी सहेली और दोस्त के साथ मिलकर अपने भतीजे प्रिंस का अपहरण किया। आरोपियों की प्लानिंग बच्चे की हत्या करके उसके मां-बाप को सबक सिखाने की थी। लेकिन पुलिस की सजगता के चलते बच्चे की जान बचा ली गई। गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को जेल भेजा जा रहा है।