407 का है लक्ष्यटारगेट 407 रन का मिला है। भारत टेस्ट क्रिकेट में चौथी इनिंग्स में इतना बड़ा लक्ष्य हासिल करके जीत नहीं पाया है। दूसरी तरफ, 2008 में आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया को पहले बल्लेबाजी करते हुए बढ़त बनाने के बाद होमग्राउंड में किसी टेस्ट मैच में हार मिली है। मुश्किल चुनौती के आगे रोहित शर्मा (52 रन) और शुभमान गिल (31 रन) ने 71 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत दिलाई।
भारत के गिरे हैं दो विकेटदिन का खेल समाप्त होने तक टीम इंडिया के कदम डगमगा गए और उसने 98 रन तक दोनों ओपनर्स के विकेट गंवा दिए। स्टंप्स के समय कप्तान अजिंक्य रहाणे (4) और चेतेश्वर पुजारा (9) क्रीज पर थे। मैच के आखिरी दिन भारत को लगभग 90 ओवर्स में 309 रन बनाने होंगे जबकि रविंद्र जडेजा और ऋषभ पंत चोटिल हैं। जाहिर है रहाणे-पुजारा पर दारोमदार होगा और उन्हें मैराथन साझेदारी करनी है।
जमकर खेले और फिर…लक्ष्य का पीछा करते हुए रोहित शर्मा जब 13 रन पर थे तब जोश हेजलवुड की गेंद पर मैदानी अंपायर ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया। लेकिन, डीआरएस लेने पर अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा। गिल ने धीमी शुरुआत के बाद पैट कमिंस के ओवर में दो चौके मारे और फिर कैमरून ग्रीन पर चौके के साथ 19वें ओवर में टीम के रनों का अर्धशतक पूरा किया। हालांकि जब लग रहा था कि दोनों ओपनर जम चुके हैं तब हेजलवुड की गेंद पर गिल ने विकेटकीपर टिम पेन को कैच थमा दिया। इसी तरह रोहित ने भी 5 फोर और 1 सिक्स मारकर दबदबा बनाना शुरू किया था कि शॉर्ट बॉल पर सिक्स लगाने के चक्कर में बाउंड्री पर लपके गए।
टपकाए कैच, गंवाए मौकेदूसरी पारी में भी भारत की फील्डिंग बेहद खराब रही। मार्नस लाबुशेन (73 रन) ने तीसरे दिन के अपने स्कोर 47 रन में अभी कोई इजाफा भी नहीं किया था कि हनुमा विहारी ने स्क्वॉयर लेग में बुमरा की गेंद पर उनका कैच टपका दिया। रोहित और रहाणे ने भी कैच टपकाए जिसका फायदा स्टीव स्मिथ (81 रन) और ग्रीन (84) ने भरपूर उठाया और टीम को छह विकेट पर 312 रन के मजबूत स्कोर तक पहुंचा दिया।