प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडोनेशिया में हुए विमान हादसे पर दुख व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर हादसे में मारे गए 62 लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की। पीएम मोदी ने कहा कि इंडोनेशिया में हुए दुर्भाग्यपूर्ण विमान हादसे में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। दुख की इस घड़ी में भारत इंडोनेशिया के साथ खड़ा है। शनिवार को बोइंग 737-500 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। विमान पर सवार सभी 62 लोगों की मौत हो गई।
जावा सागर में मिला विमान का मलबा
इंडोनेशियाई गोताखोरों ने दुर्घटनाग्रस्त विमान बोइंग 737-500 के मलबे का रविवार को पता लग लिया है। उन्हें शनिवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए इस विमान का मलबा जावा सागर में 23 मीटर की गहराई में मिला है जिसमें 62 यात्री सवार थे। एयर चीफ मार्शल हादी त्जाहजांतो ने एक बयान में कहा, ‘‘हमें खबर मिली है कि पानी में दृश्यता ठीक है जिससे गोताखोरों के दल के लिए विमान के कुछ हिस्सों को खोजने में मदद मिली।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हम निश्चित है कि वह वहीं स्थान है जहां पर विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है।’’
लाश के हिस्से व फटे कपड़े मिले
एयर चीफ मार्शल ने बताया कि विमान के हिस्से मिले हैं जिनपर पंजीकरण संख्या दर्ज है। इससे पहले बचाव दल के सदस्यों को जावा के समुद्र से रविवार सुबह लाश के हिस्से, फटे कपड़े एवं धातु के कुछ टुकड़े मिले थे । उन्होंन कहा, ‘उम्मीद है कि आज दोपहर तक मौजूदा स्थिति और दृश्यता ठीक है जिससे हम खोज अभियान जारी रख सकते हैं।’ शनिवार दोपहर विमान का संपर्क टूटने के बाद नौसेना के पोतों को सोनार संकेत मिले जिसके बाद श्रीविजय एयरलाइंस के विमान को तलाश करने में कामयाबी मिली।
हादसे के कारणों का अभी पता नहीं
अभी तक विमान हादसे के कारणों का पता नहीं चल पाया है और न ही उसमें सवार किसी के जिंदा होने के संकेत मिले हैं। राष्ट्रपति जोको विडोडो ने कहा, ‘मैं सरकार और सभी इंडोनेशिया वासियों की ओर से इस हादसे पर दुख व्यक्त करता हूं।’ परिवहन मंत्री बी के सुमादी ने संवादाताओं से कहा कि दुर्घटनास्थल का अनुमान लगने के बाद अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर तलाश अभियान शुरू किया है। राष्ट्रीय खोज एवं बचाव एजेंसी ने बयान जारी करके कहा कि खोज एवं बचाव दल ने लांकांग और लाकी द्वीपों के बीच ये वस्तुएं बरामद की हैं।