यूपी: 70 से ज्यादा बच्चों का यौन शोषण करने वाले जूनियर इंजिनियर को HIV!

लखनऊ
उत्तर प्रदेश के बांदा में 70 से ज्यादा बच्चों का यौन शोषण करने वाले सिंचाई विभाग के जूनियर इंजिनियर (जेई) रामभवन के एचआईवी पॉजिटिव होने की आशंका है। एचआईवी के लक्षण मिलने के बाद उसकी जांच दिल्ली के एम्स अस्पताल में कराई जा रही है। वह एचआईवी पॉजिटिव मिला तो 70 से ज्यादा बच्चों की जिंदगी पर संकट मंडरा सकता है, जिन्हें उसने अपनी दरिंदगी का शिकार बनाया।

70 से ज्यादा बच्चों का यौन शोषण करके और उनके आपत्तिजनक वीडियो बनाकर पॉर्न साइट्स पर बेचने वाले जूनियर इंजिनियर को सीबीआई की टीम दिल्ली के एम्स लेकर पहुंची है। सूत्रों की मानें तो यहां पर आठ डॉक्टरों की टीम रामभवन की जांच करने में लगी है। उसका मानसिक, एचआईवी और पीडोफाइल टेस्ट किया जा रहा है।

दस वर्षों तक बच्चों का किया यौन शोषण
यूपी के सिंचाई विभाग में कार्यरत एक जूनियर इंजिनियर (Junior Engineer Latest News) को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। वह कथित तौर पर यह बच्चों का 10 वर्षों से यौन उत्पीड़न कर रहा था। यही नहीं, आरोपी इस घिनौने कृत्य के वीडियो बनाता। फिर वह इन तस्वीरों और वीडियोज को दुनिया में चल रही पॉर्न साइट्स (Uttar Pradesh Crime News) को बेच देता था।

बुंदेलखंड के इन इलाकों को बच्चों को बनाता था शिकार
जेई ने 5 से 16 साल के बांदा, चित्रकूट और हमीरपुर के रहने वाले बच्चों को अपना शिकार बनाया। आरोपी जूनियर इंजिनियर को अनैतिक गतिविधियों में लिप्त होने की वजह से तत्काल प्रभाव से सेवा से निलंबित भी कर दिया गया था।

ऐसे हुआ था मामले का भंडाफोड़
ऑनलाइन बाल यौन उत्पीड़न के मामलों को देख रही नवगठित सीबीआई की विशेष इकाई ने इंटरनेट पर बाल अश्लील सामग्री डालने में लिप्त लोगों पर नजर रखना शुरू किया था और कुछ दिन तक आरोपी पर नजर रखने के बाद उसकी कथित गतिविधियों का भंडाफोड़ कर दिया। सीबीआई की ‘ऑनलाइन बाल यौन शोषण और उत्पीड़न रोकथाम/अन्वेषण’ (ओसीएसएई) की विशेष इकाई ने एक अभियान में चित्रकूट निवासी कनिष्ठ अभियंता को बांदा से गिरफ्तार किया था।

आरोपी ने बताया…
सीबीआई के अधिकारियों की ओर से यह भी बताया गया कि आरोपी जूनियर इंजिनियर 10 वर्षों से यह ‘काला साम्राज्य’ चला रहा था। वह मुख्यरूप से बच्चों के यौन उत्पीड़न से संबंधित सामग्री पूरी दुनिया में संचालित पॉर्न साइट्स को उपलब्ध कराता था। पूछताछ में आरोपी ने यह भी बताया है कि वह इन घिनौने कृत्यों को छिपाने के लिए पीड़ित बच्चों को पैसा, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण समेत कई अन्य चीजें भी देता था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *