नई दिल्ली
नए कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर जारी आंदोलन के बीच एक और किसान ने खुदकुशी कर ली। किसान ने सूइसाइड नोट लिखकर अपनी लाइसेंसी राइफल से खुद को गोली मार ली। किसान की पहचान नसीब सिंह के रूप में हुई है जो पंजाब के फिरोजपुर के रहने वाले थे। इससे पहले सोमवार को एक किसान ने जहरीला पदार्थ निगल लिया था जिनकी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
नए कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर जारी आंदोलन के बीच एक और किसान ने खुदकुशी कर ली। किसान ने सूइसाइड नोट लिखकर अपनी लाइसेंसी राइफल से खुद को गोली मार ली। किसान की पहचान नसीब सिंह के रूप में हुई है जो पंजाब के फिरोजपुर के रहने वाले थे। इससे पहले सोमवार को एक किसान ने जहरीला पदार्थ निगल लिया था जिनकी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
बताया जा रहा है कि मंगलवार सुबह पाठ करने के बाद किसान नसीब सिंह ने लाइसेंसी 12 बोर की राइफल से खुद को गोली मार ली। उन्होंने एक सूइसाइड नोट भी लिखा है। उधर, कृषि कानून और आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है।
सोमवार को कृषि कानूनों की वापसी को मांग को लेकर आत्महत्या करने वाले किसान की पहचान लाभ सिंह के रूप में हुई थी। वह लुधियाना के रहने वाले थे। कई दिन से धरनास्थल पर मौजूद थे। देर शाम को उन्होंने स्टेज के पास जाकर जहर निगल लिया और जान दे दी।
बता दें कि पिछले डेढ़ महीने से जारी आंदोलन में अब तक कई किसान अपनी जान दे चुके हैं। किसान सरकार के रवैये से नाराज हैं। जहां एक ओर किसान कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं वहीं सरकार इसे कृषि क्षेत्र में बड़ा सुधार बता रही है।