पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी (Galwan Valley) में चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में शहीद हुए 16 बिहार रेजीमेंट के जवानों ( Heroes) का गणतंत्र दिवस परेड () पर खास सम्मान किया जाएगा। पिछले साल जून में ये हिंसक झड़प हुई थी। जिसमें बहादुरी से लड़ते हुए शहीद हुए 16 बिहार रेजीमेंट के कमांडिंग अफसर कर्नल बी संतोष बाबू भी शामिल थे। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, गणतंत्र दिवस परेड में कर्नल बी. संतोष बाबू समेत अन्य भारतीय जवानों को मरणोपरांत गणतंत्र दिवस परेड में वीरता पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा।
15 जून को चीन के साथ हुई थी हिंसक झड़पगलवान घाटी में 15 जून को चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष में जान गंवाने वाले 20 भारतीय जवानों में 16 बिहार रेजीमेंट के कमांडिंग अधिकारी कर्नल बाबू भी शामिल थे। यह घटना पिछले कुछ दशकों में दोनों पक्षों के बीच सर्वाधिक गंभीर सैन्य संघर्षों में से एक थी। चीन ने संघर्ष में हताहत हुए अपने जवानों की संख्या का खुलासा आज तक नहीं किया है। हालांकि, उसने आधिकारिक रूप से सैनिकों के मरने और घायल होने की बात स्वीकार की थी।
‘कर्नल संतोष बाबू समेत सेना के 5 जवानों को मरणोपरांत किया जाएगा सम्मानित’
एक अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट के अनुसार चीन के भी 35 सैनिक मारे गए थे। गलवान घाटी में हुए संघर्ष ने पूर्वी लद्दाख में सीमा पर तनाव को बढ़ा दिया था। जिसके बाद दोनों सेनाओं ने टकराव वाले प्वाइंट्स पर भारी संख्या में सैनिकों की तैनाती की और भारी हथियार भी पहुंचाए। वहीं एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, ‘गलवान में संघर्ष के दौरान असाधारण साहस दिखाने वाले कर्नल बाबू समेत सेना के 5 जवानों को मरणोपरांत गणतंत्र दिवस पर सम्मानित किया जाएगा।’
शहीद जवानों के लिए खास सम्मानभारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख में पोस्ट 120 पर गलवान के बहादुरों’ के लिए एक स्मारक बनवाया है। इसमें ‘स्नो लेपर्ड’ अभियान के तहत इन जवानों की वीरता का उल्लेख किया गया है। इसके अलावा सैन्य मामलों के विभाग ने दिल्ली में नेशनल वॉर म्यूजियम में कर्नल बाबू के साथ-साथ शहीद 19 अन्य जवानों के नाम अंकित करने वाला है।