आपातकाल लगते ही किला बना वाइट हाउस, सीक्रेट सर्विस, FBI के साथ नेशनल गार्ड्स तैनात

अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में हिंसा की आशंका के चलते आपातकाल का ऐलान होते ही वाइट हाउस को किले में तब्दील कर दिया गया है। 20 जनवरी को अमेरिका के नए राष्ट्रपति जो बाइडन के शपथग्रहण समारोह को देखते हुए यहां सीक्रेट सर्विस और एफबीआई के अलावा यूएस नेशनल गार्ड्स की भी तैनाती की गई है। इस समारोह के दौरान वॉशिंगटन में किसी भी प्रकार की हिंसा से निपटने के लिए एक मल्टी एजेंसी कमांड सेंटर को भी स्थापित किया गया है। यहां से 24 घंटे पूरे वॉशिंगटन की निगरानी की जा रही है।

अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में हिंसा की आशंका के चलते आपातकाल का ऐलान होते ही वाइट हाउस को किले में तब्दील कर दिया गया है। 20 जनवरी को अमेरिका के नए राष्ट्रपति जो बाइडन के शपथग्रहण समारोह को देखते हुए यहां सीक्रेट सर्विस और एफबीआई के अलावा यूएस नेशनल गार्ड्स की भी तैनाती की गई है।

आपातकाल लगते ही किला बना वाइट हाउस, सीक्रेट सर्विस, FBI के साथ नेशनल गार्ड्स तैनात

अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में हिंसा की आशंका के चलते आपातकाल का ऐलान होते ही वाइट हाउस को किले में तब्दील कर दिया गया है। 20 जनवरी को अमेरिका के नए राष्ट्रपति जो बाइडन के शपथग्रहण समारोह को देखते हुए यहां सीक्रेट सर्विस और एफबीआई के अलावा यूएस नेशनल गार्ड्स की भी तैनाती की गई है। इस समारोह के दौरान वॉशिंगटन में किसी भी प्रकार की हिंसा से निपटने के लिए एक मल्टी एजेंसी कमांड सेंटर को भी स्थापित किया गया है। यहां से 24 घंटे पूरे वॉशिंगटन की निगरानी की जा रही है।

मल्टी एजेंसी कमांड सेंटर के हवाले वॉशिंगटन की सुरक्षा
मल्टी एजेंसी कमांड सेंटर के हवाले वॉशिंगटन की सुरक्षा

इस कमांड सेंटर से जुड़ी टास्क फोर्स बुधवार को पहली बार सीक्रेट सर्विस के वाशिंगटन फील्ड ऑफिस में बैठक करने वाली है। इस दौरान 20 जनवरी को बाइडन के शपथग्रहण समारोह के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की जाएगी। पिछले हफ्ते यूएस कैपिटल पर हुए ट्रंप समर्थकों के हमले के बाद से ही शपथग्रहण के दौरान भी हिंसा के इनपुट मिल रहे हैं। खुद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा था कि उनके खिलाफ महाभियोग के प्रस्ताव से अमेरिका के लोगों में गुस्सा है।

अब कार्रवाई के लिए किसी से आदेश लेने की जरूरत नहीं
अब कार्रवाई के लिए किसी से आदेश लेने की जरूरत नहीं

वॉशिंगटन पोस्ट से बातचीत के दौरान एक पूर्व सीक्रेट सर्विस एजेंट ने कहा कि इस टास्क फोर्स की स्थापना यह सुनिश्चित करती है कि अमेरिका में अब सुरक्षा के पहले से बेहतर इंतजाम किए जा रहे हैं। 6 जनवरी को यूएस कैपिटल पर हुए हमले के विपरीत अब नेशनल गार्ड्स को कार्रवाई करने के लिए किसी की आदेश की जरूरत नहीं होगी। ‘किसी को भी एफबीआई स्वाट टीम के लिए आपातकालीन कॉल नहीं भेजनी है। रेडिएशन प्रोटक्शन, बम डिटेक्टर, दंगा रोधक बल सब अपनी जगह पूरी तरह से तैनात और तैयार हैं।

यूएस नेशनल गार्ड्स के 15000 जवान तैनात
यूएस नेशनल गार्ड्स के 15000 जवान तैनात

वॉशिंगटन की सुरक्षा के लिए 15000 से ज्यादा यूएस नेशनल गार्ड्स को तैनात किया गया है। इनमें से 10000 जवानों को शनिवार से फील्ड में तैनात कर दिया जाएगा, जबकि बचे हुए 5000 गार्ड्स को स्टैंडबॉय पर रखा जाएगा। अगर कहीं, कोई भी आपातकालीन स्थिति पैदा होती है तो इन जवानों को तुरंत तैनात किया जाएगा।

फिर से हिंसा कर सकते हैं ट्रंप समर्थक
फिर से हिंसा कर सकते हैं ट्रंप समर्थक

बताया जा रहा है कि यूएस कैपिटल पर हुए हमले के दौरान मारे गए एशली बेबबिट के सम्मान में एक बड़े प्रदर्शन की योजना बनाई जा रही है। एशली बेबबिट अमेरिकी वायुसेना के पूर्व कर्मचारी हैं, जिन्हें कैपिटल पर हुए हमले के दौरान स्पीकर की लॉबी में घुसने की कोशिश के दौरान एक पुलिस अधिकारी ने पॉइंट ब्लैंक रेंज पर गोली मार दी थी। अमेरिका ने अपने सभी राज्यों को भी कैपिटल बिल्डिंग्स के आसपास सुरक्षा बढ़ाने का अलर्ट जारी किया है।

FBI और नेशनल गार्ड्स जता चुके हैं हिंसा की आशंका
FBI और नेशनल गार्ड्स जता चुके हैं हिंसा की आशंका

एफबीआई ने कैपिटल बिल्डिंग में पिछले सप्ताह हुई हिंसा के बाद अब आगाह किया है कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के कार्यभार संभालने के कुछ दिन पहले उसे वाशिंगटन सहित सभी 50 राज्यों की राजधानियों में हथियारबंद प्रदर्शन आयोजित करने की खबरें मिली है। यूएस नेशनल गा्र्डस ब्यूरो ने भी अगले सप्ताह दंगों की आशंका को लेकर आगाह किया है।

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