चीन ने बनाया अमेरिकी MQ9 रीपर जैसा दिखने वाला ड्रोन WJ-700, भारत की बढ़ेगी चिंता

चीन ने भारत और अमेरिका से तनाव के बीच अपनी लंबी दूरी की पहले स्वदेशी हमलावर ड्रोन (यूएवी) को उड़ाया है। चीनी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, WJ-700 नाम के इस अनमैंड एरियल व्हीकल ने मंगलवार को अपनी पहली उड़ान सफलतापूर्वक पूरी की है। चीन का यह ड्रोन देखने में हूबहू अमेरिका के एमक्यू-9 रीपर की तरह दिखाई देता है। जिसे अमेरिका के प्रमुख हथियार निर्माता कंपनी जनरल एटॉमिक्स ने बनाया है। दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि चीन का यह ड्रोन लंबी दूरी तक टोही मिशन संचालित करने के अलावा दुश्मनों के ठिकाने पर हमला भी कर सकता है।

चीन ने भारत और अमेरिका से तनाव के बीच अपनी लंबी दूरी की पहले स्वदेशी हमलावर ड्रोन (यूएवी) को उड़ाया है। चीनी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, WJ-700 नाम के इस अनमैंड एरियल व्हीकल ने मंगलवार को अपनी पहली उड़ान सफलतापूर्वक पूरी की है।

चीन ने बनाया अमेरिकी MQ9 रीपर जैसा दिखने वाला ड्रोन WJ-700, भारत की बढ़ेगी चिंता

चीन ने भारत और अमेरिका से तनाव के बीच अपनी लंबी दूरी की पहले स्वदेशी हमलावर ड्रोन (यूएवी) को उड़ाया है। चीनी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, WJ-700 नाम के इस अनमैंड एरियल व्हीकल ने मंगलवार को अपनी पहली उड़ान सफलतापूर्वक पूरी की है। चीन का यह ड्रोन देखने में हूबहू अमेरिका के एमक्यू-9 रीपर की तरह दिखाई देता है। जिसे अमेरिका के प्रमुख हथियार निर्माता कंपनी जनरल एटॉमिक्स ने बनाया है। दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि चीन का यह ड्रोन लंबी दूरी तक टोही मिशन संचालित करने के अलावा दुश्मनों के ठिकाने पर हमला भी कर सकता है।

कितना ताकतवर है चीन का WJ-700 यूएवी
कितना ताकतवर है चीन का WJ-700 यूएवी

चीन की इस यूएवी में कई तरह के खास सेंसर और कैमरे लगे हुए हैं, जो इसे लंबी दूरी तक टोही और निगरानी करने में सक्षम बनाते हैं। चीनी मीडिया में तो यहां तक दावा किया जा रहा है कि इसे तिब्बत जैसे अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्र में भी आसानी से ऑपरेट किया जा सकता है। इसके अलावा यह यूएवी अपने साथ हवा से जमीन तक मार करने वाली मिसाइलों से लैस होगी। जिससे यह हवा से जमीन पर मौजूद किसी टॉरगेट को आसानी से उड़ा सकती है। इसमें सी-701 मिसाइल, सीएम-102 एंटी रेडार मिसाइल और सी-705केडी मिसाइल तैनात होगी।

20 घंटे तक उड़ान भर सकता है यह ड्रोन
20 घंटे तक उड़ान भर सकता है यह ड्रोन

प्रसिद्ध डिफेंस पब्लिकेशन Janes की रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन का WJ-700 ड्रोन टर्बोजेट-पावर्ड इंजन से लैस है। जिससे हवा में यह ड्रोन अधिक ऊंचाई पर कुशलता के साथ उड़ान भर सकता है। WJ-700 का अधिकतम टेक-ऑफ वजन (MTOW) 3,500 किग्रा है। यानी यह ड्रोन अपने भार के अलावा कुछ मिसाइलों को भी लेकर उड़ान भर सकता है। एक बार में उड़ान के दौरान यह ड्रोन 20 घंटे तक हवा में मंडरा सकता है।

चीन के दावे पर इसलिए पैदा हो रहा शक
चीन के दावे पर इसलिए पैदा हो रहा शक

चीनी मीडिया में जारी तस्वीरों में इस ड्रोन को रनवे पर दिखाया गया है। वहीं एक दूसरी तस्वीर में रनवे पर ही इस मिशन से जुड़े लोग एक बैनर के साथ जश्न मनाते दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, कोई भी ऐसी तस्वीर जारी नहीं की गई है जिसमें यह यूएवी हवा में उड़ता हुआ दिखाई दे रहा हो। ऐसे में विशेषज्ञों ने चीन के इस दावे पर संदेह जताया है, क्योंकि उसके कथनी और करनी का अंतर पूरी दुनिया जानती है। चीन में मीडिया भी सरकार के अधीन काम करती है, इसलिए उसकी भी रिपोर्ट पर भरोसा नहीं किया जा सकता है।

WJ-700 ड्रोन की तैनाती में अभी लगेगा लंबा समय
WJ-700 ड्रोन की तैनाती में अभी लगेगा लंबा समय

WJ-700 यूएवी को चाइना एयरोस्पेस साइंस एंड इंडस्ट्री कॉर्प (CASIC) की तीसरी रिसर्च इंस्टीट्यूट हीविंग एविएशन जनरल इक्यूपमेंट कंपनी लिमिटेड ने बनाया है। इस यूएवी को पहली उड़ान के बाद अब चीनी एयरफोर्स PLAAF को सौंपा जाएगा, जो अगले कुछ महीनों तक इस यूएवी का फ्लाइट ट्रायल आयोजित करेगी। अभी इस यूएवी को चीनी सेना में शामिल होने में कम से कम एक साल का समय जरूर लगेगा।

चीन पर पहले भी टेक्नोलॉजी चुराने के लगते रहे हैं आरोप
चीन पर पहले भी टेक्नोलॉजी चुराने के लगते रहे हैं आरोप

चीन के ऊपर पहले भी अमेरिका और रूस के कई हथियारों की टेक्नोलॉजी चुराने के आरोप लगते रहे हैं। चीनी एयरफोर्स ने कुछ दिन पहले ही एक वीडियो जारी किया था जिसमें उनके H-20 स्टील्थ बॉम्बर को दिखाया गया था। यह बॉम्बर भी देखने में अमेरिका के B-2 Spirit की कॉपी लगता है। इसके अलावा चीन ने अपना जो कथित स्टील्थ लड़ाकू विमान J-20 बनाया है वह भी अमेरिका के F-35 की टेक्नोलॉजी पर ही आधारित है। इसके अलावा चीन ने अमेरिका के F-16 लड़ाकू विमान की तर्ज पर J-10 को बनाया है। चीन का J-11 तो रूस के सुखोई SU-27 की तरह दिखता है।

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