रायपुर। महिला जागृति शिविर सह सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया ने महिलाओं और बालिकाओं का सम्मान करते हुए कहा कि महिलाएं अपने आपकों कमजोर न समझे। छत्तीसगढ़ की सरकार महिलाओं के कल्याण के लिए सजग व संकल्पित है और सभी वर्ग के लोगों के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में महिलाओं और बालिकाओं तथा बच्चों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है। एनीमिया दूर करने और बच्चें को सुपोषित बनाने अभियान चलाया जा रहा है। जिससे विगत दो साल में कुपोषण की दर बहुत कम हो गई है। आने वाले समय में हमारा राज्य सुपोषण के मामले में नबर वन होगा। इस दिशा में महिला बाल विकास विभाग के अधिकारिया, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं और जनप्रतिनिधियों सहित सभी लोगों को मिलजुलकर काम करना होगा। आज महिलाओं और बालिकाओं को जो सम्मान मिला है निश्चित ही इससे उन्हें और समर्पित भावना से कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी। छत्तीसगढ़ सरकार भी चाहती है कि हर किसी को आगे बढ़ने का अवसर मिले। सरकार की कोशिश है कि हर किसी को योजनाओं का लाभ मिले। सरकार द्वारा महिला हेल्पलाइन, मानेदय में वृद्धि, आकस्मिक मृत्य एवं सेवानिवृत्ति पर राशि का प्रावधान भी किया गया है। आंगनबाड़ी में आने वाले छोटे बच्चे वहा चूल्हें के धुएं से परेशान होते थे। अब डीएमएफ के माध्यम से सभी आंगनाबड़ी केंद्रों को डबल गैस कनेक्शन दिया जा रहा है। इससे बच्चों को राहत मिलेगी। आंगनबाड़ी केंद्रों में अहाता निर्माण के लिए हर संभव मदद की जाएगी।

कार्यक्रम में 18 आंगनबाड़ी केंद्रों को गैस कनेक्शन सेट प्रदान किया गया। इस दौरान क्षेत्र के 17 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, 17 सहायिकाओं, 5 स्व-सहायता समूह की महिलाओं का सम्मान किया गया। 24 जनवरी को बालिका दिवस के पूर्व बालिकाओं को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में जनपद पंचायत अध्यक्ष खिलेश्वर देवांगन, समाज कल्याण विभाग के संयुक्त संचालक भूपेन्द्र पाण्डे, नगर पालिका अध्यक्ष चंद्रशेखर चंद्राकर सहित अनेक जनप्रतिनिधि,नागरिकगण व महिलाएं उपस्थित थी।