स्वावलम्बन की ओर अग्रसर महिलाओं से मुख्यमंत्री हुए रूबरू

कोण्डागांव। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज अपने दो दिवसीय कोण्डागांव जिले के प्रवास के दौरान ‘उड़ान‘ बिहान आजीविका केन्द्र पहुंचे।

चिखलपुटी स्थित इस आजीविका केन्द्र में मुख्यमंत्री ने आजीविका की विभिन्न गतिविधियों में मजबूती से कदम बढ़ाती हुई महिलाओं की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि आर्थिक रूप से सशक्त महिलाएं, सशक्त छत्तीसगढ़ का प्रतीक है। आत्मनिर्भर महिला न केवल परिवार बल्कि समाज के अन्य वर्गों के लिए भी प्रेरणा देने का कार्य करती हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि शासन द्वारा आंगनबाड़ी और शालाओं में मध्यान्ह भोजन के अंतर्गत अण्डा वितरित किया जा रहा है। अगर महिलाएं कुक्कट पालन करके स्थानीय स्तर पर अण्डे वितरण का दायित्व लेती हैं तो निश्चित रूप से हमें अन्य राज्य से अण्डा मंगाने की आवश्यकता नहीं होगी। शासन द्वारा गौठानों को आजीविका केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिसके तहत् सभी आजीविका संसाधनों को एक ही स्थान पर संचालित किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि चिखलपुटी उड़ान बिहान आजीविका केन्द्र में 43 महिलाओं को बेकरी बिस्किट, पेपर प्लेट, अगरबत्ती, प्रसंस्कृत नारियल तेल, मसाले निर्माण एवं तिखूर प्रसंस्करण जैसी गतिविधियों से जोड़ा गया है। केन्द्र में संचालित विभिन्न आजीविका गतिविधियों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उड़ान बिहान आजीविका केन्द्र में विभिन्न स्व-सहायता समूहों की महिलाओं से रूबरू होकर विस्तृत चर्चा की। चर्चा के दौरान महिलाओं ने मुख्यमंत्री को ट्री-गार्ड निर्माण, मत्स्य पालन से संबंधित समस्याओं से अवगत कराकर अपनी आवश्यकता संबंधी मांगे रखीं।

इस पर मुख्यमंत्री ने केन्द्र में संचालित विभिन्न गतिविधियों का बारीकी से अवलोकन करके उसकी जानकारी ली। कार्यक्रम के समापन पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को केन्द्र की समस्त महिलाओं ने विभिन्न प्रकार की उत्पादित सामग्रियों का डलिया भी भेंट स्वरूप दिया।

इस अवसर पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री गुरू रूद्रकुमार, आबकारी और उद्योग मंत्री कवासी लखमा, मुख्यमंत्री के सलाहकार राजेश तिवारी, सांसद दीपक बैज, कोण्डागांव विधायक मोहन मरकाम, बस्तर विकास प्राधिकरण अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, जिला पंचायत सीईओ डीएन कश्यप सहित अन्य जनप्रतिनिधि और अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *