रायपुर। सत्यमेव जयते फाउंडेशन के प्रदेश संयोजक कन्हैया अग्रवाल रायपुर ने कोरोना के इलाज में प्रयोग आने वाले महत्वपूर्ण इंजेक्शन रेमडेसीविर की कृत्रिम कमी को दूर करने के साथ ही इसकी कालाबाजारी रोकने कठोर कदम उठाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि औषधि नियंत्रण विभाग दवाओं की कालाबाजारी रोकने में असमर्थ बना हुआ है , दवा की अधिकतम दुकानों में रेमडेसीविर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ रेट निर्धारण किया जाना चाहिए तभी कालाबाजारी रुक पाएगी, सत्यमेव जयते फाउंडेशन ने ₹800 रुपये मूल्य के इंजेक्शन को 05 हजार से ₹10000 रुपये में बेचे जाने की खबरों को अफसोस जनक बताते हुए इस पर तत्काल रोक लगाने की मांग राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से की है। प्रदेश संयोजक कन्हैया अग्रवाल ने कहा आपदा को अवसर में बदलने से भी आगे निकल कर लूटने का प्रयास निंदनीय है। इससे व्यापार जगत की प्रतिष्ठा धूमिल हो रही है। अधिकारीगण इंजेक्शन के थोक मूल्य और रिटेल मूल्य के बड़े अंतर को समाप्त करने आवश्यक कदम उठायेंं। ऐसे समय में जब आम आदमी एक एक इंजेक्शन के लिए भटक रहा है,तो उसकी भावना से खिलवाड़ करना छोड़ मदद की जानी चाहिए। निजी अस्पतालों के संचालकों को आपदा की इस घड़ी में गंभीर मरीजों के इलाज में संवेदना दिखानी चाहिए। कोरोना जांच हेतु आरटी पीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट में होने वाले विलंब से संक्रमण अधिक तेजी से फैल रहा है। अतः टेस्ट रिपोर्ट शीघ्र आए इस बात का भी ठोस प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। ज्ञात हो कि प्रदेश से बाहर आवागमन के लिए भी 72 घंटे पूर्व की आरटी पीसीआर रिपोर्ट आवश्यक है।