रायपुर 24 अप्रैल 2021/ कोरोना महामारी के भीषण दौर में जिला प्रशासन रायपुर द्वारा होम आइसोलेशन के माध्यम से अपने घरों में ही रहकर स्वस्थ होने की दृष्टि से मरीजों की सहायता के लिए कन्ट्रोल रूम शुरू किया गया है । मरीजों को मिलने वाली व्यापक सुविधा और सहायता को देखते हुए अब इसे 6 मोबाईल नम्बर वाले हेल्प लाईन सेवा में बदल दिया गया है। यह कंट्रोल रूम ना केवल रात- दिन काम करता है बल्कि शासकीय अवकाश के दिनों तथा होली और दिवाली जैसे प्रमुख त्योहारों में भी मरीजों की सेवा में तत्पर रहता हैं । इस कंट्रोल रूम का संबंध विशेषकर ऐसे मरीजों से होता है जो एक तरह से कुछ समय के लिए बाहरी दुनिया से कट से जाते हैं, ऐसे में उन्हें सही चिकित्सकीय सलाह के साथ- साथ अन्य तरह का सहयोग देने के लिए इस कंट्रोल रूम में चिकित्सकों की भी व्यवस्था की गई है ,जो मरीजों के काल को स्वयं सुनते हैं और उन्हें आइसोलेशन संबंधी सुविधा देने के साथ जरूरत पड़ने पर एंबुलेंस तथा कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराने जैसी व्यवस्था भी करते हैं ।
ऐसी ही एक डाक्टर वीणा मिश्रा है,जो आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी के पद पर शासकीय आयुर्वेद औषधालय ,उरला में पदस्थ हैं । कोरोना महामारी के दौरान उनकी ड्यूटी होम आईसोलेशल कन्ट्रोल रूम में सितम्बर माह से लगाई गई है ।
डां मिश्रा ने बताया कि हर दिन प्रति मोबाईल नम्बर पर लगभग 100 से 150 मरीजों के फोन आते है । हमारे द्वारा मरीजों की समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुनकर उनका समाधान किया जाता है एवं चिकित्सा संबंधी जानकारी दी जाती है, संतुष्ट होकर जब मरीजों द्वारा आशीर्वाद और धन्यवाद दिया जाता है, तब ऐसा लगता है कि हमारे द्वारा किया गया सेवा का प्रतिफल हमें मिल गया। इससे आत्मिक संतुष्टि मिलती है और कार्य के प्रति हमारा मनोबल बढ़ता है ।
उन्होंने बताया कि हमारे द्वारा कम गंभीर मरीजों को सामान्यतः घर पर रहने की सलाह भी दी जाती है । कम लक्षण एवं हल्के लक्षण वाले मरीजों को इससे स्वच्छ, सुरक्षित , शांतिपूर्ण स्थान और वातावरण मिलता है, परिवार के लोगों का मनोवैज्ञानिक सहयोग मिलने से मरीज शीघ्र ही स्वस्थ होने लगते है ।
गंभीर रूप से संक्रमित कोरोना के मरीजों को एम्बुलेंस के माध्यम से कोविड चिकित्सालय या कोविड केयर सेंटर भेजवाने का कार्य किया जाता है, जिससे मरीजों को तत्काल ईलाज मिल सके एवं उनकी जान बचाई जा सके।
चिकित्सक होने के नाते मरीजों की जब हम सेवा करते है तो हमें भी संक्रमित होने का भय रहता है, लेकिन डर और फर्ज के सामने अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाते हुए हम अपनी ड्यूटी करते हैं । ड्यूटी खत्म होने के बाद जब मैं घर पहुँचती हूं तो मैं स्नान के बाद ही परिवार के सदस्यों और सुपुत्री से मिलती हूँ, जिससे कोरोना महामारी के दौर में भी हमारा घर -परिवार सुरक्षित रहें।
उनका कहना है कि कोरोना महामारी के इस विकट परिस्थिति में ककन्ट्रोल रुम 24×7 अपनी सेवाएं दे रहे है । हमारी सेवा विफल नहीं होगी, हम कोरोना महामारी से लड़कर जीतेंगे। उन्होनें नागरिकों से कहा है कि “सुरक्षा ही कोरोना से बचाव का उपाय है और इसे सभी अपनाए।