रायपुर, 04 जुलाई 2021
राज्य सरकार द्वारा वनवासियों के हित में लिए गए अहम फैसले के फलस्वरूप छत्तीसगढ़ में केवल तेन्दूपत्ता संग्राहकों को दो माह मई-जून में ही 502 करोड़ 49 लाख रूपए का सुगमतापूर्वक भुगतान हो चुका है। वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि इससे राज्य के आदिवासी-वनवासी सहित तेन्दूपत्ता संग्राहकों को कोरोना संकट की विषम परिस्थिति में भी रोजी-रोटी की कोई समस्या नहीं आयी और उन्हें तेन्दूपत्ता के संग्रहण से बहुत बड़ा सहारा मिला।
राज्य में कोरोना संकट के बावजूद चालू वर्ष के दौरान तेन्दूपत्ता का संग्रहण कार्य सुचारू रूप से संचालित हुआ। इसका सीधा-सीधा लाभ राज्य के लगभग 13 लाख आदिवासी-वनवासी संग्राहक परिवारों को मिला। राज्य में इस दौरान माह जून के अंत तक 13 लाख 5 हजार 797 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है, जो लक्ष्य 16 लाख 71 हजार 700 मानक बोरा का 78 प्रतिशत से अधिक है। प्रबंध संचालक राज्य लघु वनोपज संघ संजय शुक्ला ने बताया कि इसमें तेन्दूपत्ता संग्राहकों को 522 करोड़ रूपए से अधिक की राशि भुगतान योग्य है। राज्य में वर्तमान में तेन्दूपत्ता का संग्रहण दर 4000 रूपए प्रति मानक बोरा निर्धारित है।