रायपुर, 19 अगस्त ।
पूर्व मंत्री एवं भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल का पिछले आठ साल से सुरक्षा का जिम्मा निभाने वाले पर्सनल सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। पीएसओ की आत्महत्या की खबर से मुहल्ले में सनसनी फैल गई। सूचना पर मौके पर पहुंची सिविल लाइन पुलिस को घटना स्थल पर सुसाइड नोट मिला है। इसमें 36 वर्षीय पीएसओ ने अपने साले की पत्नी और उसके पिता को आत्महत्या का जिम्मेदार बताया है। सिविल लाइन पुलिस मामले की जांच कर रही है। सिविल लाइन थाना प्रभारी आरके मिश्रा ने बताया कि थाना मुरैना के अंतर्गत लालौर गांव निवासी विशंभर राठौर माना बटालियन में पदस्थ थे। वह पूर्व मंत्री एवं रायपुर दक्षिण के वर्तमान विधायक बृजमोहन अग्रवाल की पिछले आठ साल से सुरक्षा में तैनात थे। गुरुवार को तडक़े उसने सरकारी रिवाल्वर से कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पिछले एक माह से वह घर में अकेले रह रहे थे। पत्नी और बच्चे गांव गए थे। उनके साथी कर्मचारी सुबह घूमने के लिए साथ निकलते हैं। इसी कड़ी में जब वे गुरुवार की सुबह राठौर के घर घर पहुंचे और दरवाजा खटखटाया, तो अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। अनहोनी की अशंका पर कर्मचारियों ने इसकी सूचना सिविल लाइन पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोडक़र घर में प्रवेश किया, तो देखा कि पीएसओ का लहूलुहान हालात में बिस्तर पर पड़ा था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर घर की तलाशी ली, तो बिस्तर पर एक सुसाइड नोट मिला। इसमें लिखा था कि मेरी मौत की जिम्मेदार मेरे साले की पत्नी और उसका पिता है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि परिजनों के आने के बाद सच्चाई का पता चल पाएगा।
पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के पीएसओ ने खुद को गोली मारकर की खुदकुशी
