कोंडागांव, 21 अगस्त 2021
लकवा, जोड़ों का दर्द, शारीरिक संतुलन की समस्या, गर्दन की जकड़कन, लड़खड़ाहट जैसी बहुत सी ऐसी बीमारियां हैं जिनके इलाज में फिजियोथैरेपी बहुत कारगर होती है। ग्रामीण क्षेत्रों के लोग अक्सर इस बात से या तो अनजान रहते हैं, या फिर शहरों में ही यह सुविधा उपलब्ध होने के कारण वे इसका लाभ नहीं उठा पाते हैं। ऐसी बीमारियों का उपचार वे जड़ी-बूटियों अथवा परंपरागत तरीके से करने का प्रयास करते हैं, जिससे कई बार स्थिति बुरी तरह बिगड़ भी जाती है। इन्हीं सब बातों का ध्यान रखते हुए कोंडागांव जिला प्रशासन ने फिजियोथैरेपी की सुविधा को ग्रामीण क्षेत्रों में भी घर-घर तक पहुंचाने के लिए- फिजियोथैरेपी तुमचो दुआर अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत अब तक 651 लोगों का उपचार किया जा चुका है।
इस अभियान का शुभारंभ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा विगत् 27 जनवरी को कोंगेरा में आयोजित आमसभा में ‘फिजियोथैरेपी तुमचो दुआर‘ के वाहन को हरी झण्डी दिखाकर किया गया था। इस अभियान को शुरु करने से पहले लोगों को आधुनिक चिकित्सा से परिचित कराने तथा परंपरागत रूप से चली आ रही भ्रांतियों को दूर करने के लिए भी जिले में मुहिम चलाई गई। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने इसके लिए घर-घर जाकर मरीजों की जानकारी इकट्ठा की तथा लोगों को फिजियोथैरेपी से उपचार कराने के लिए प्रेरित किया। ग्रामीणों के सामने फिजियोथैरेपी का लगातार प्रदर्शन किया। इस अभियान से विभिन्न बीमारियों से लंबे समय से पीड़ित लोगों को भी लाभ हो रहा है। कोरोना संक्रमण से उबर चुके उन लोगों का भी उपचार फिजियोथैरेपी से किया जा रहा है, जो मांस-पेशियों के दर्द से पीड़ित हैं। अब तक जिले के विभिन्न गांवों में में 23 शिविरों का आयोजन किया जा चुका है। विशेष शिविरों में पीड़ितों को फिजियोथैरेपी के सहायक उपकरणों का वितरण भी किया जा रहा है।