एक बंधन प्रकृति की रक्षा का:थर्ड जेंडर समुदाय ने रायपुर में पेड़-पौधों को बांधी राखी

रायपुर /रक्षाबंधन पर बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांध रक्षा का वचन ले रही हैं। ऐसे में छत्तीसगढ़ के रायपुर में थर्ड जेंडर समुदाय के लोग प्रकृति की रक्षा के लिए एक बंधन बांध रहे हैं। समुदाय के लोगों ने रविवार को पेड़-पौधों को तिलक लगाकर प्रणाम किया और उन्हें राखी बांधी। इस दौरान सभी ने पेड़-पौधों की रक्षा का संकल्प भी लिया। समुदाय के लोगों ने कहा कि जीवन रक्षा के लिए यही हमारे भाई हैं।
शहर के अलग-अलग क्षेत्र से थर्ड जेंडर समुदाय के लोग रक्षाबंधन पर्व पर सुबह-सुबह सोनडोंगरी और सरोना में जुटे। वहां पेड़-पौधों को जल चढ़ाया। इसके बाद उन्हें तिलक लगातार आरती उतारी और राखी बांधी। साथ ही पेड़-पौधों को बचाने का संदेश भी दिया। छत्तीसगढ़ मितवा संकल्प समिति की उपाध्यक्ष रानी शेट्‌टी ने कहा कि प्रकृति का संरक्षण कर ही हम कोरोना जैसी बीमारियों से बच सकते हैं।

हर साल प्रकृति को भाई मानकर पेड़ों को बांधती हैं राखी
मितवा की सह सचिव विशाखा में कहा की अक्सर हम अपने आस-पास की चीजों के लिए कृतज्ञता व्यक्त करना भूल जाते हैं। पेड़-पौधे नहीं होते तो ऑक्सीजन नहीं मिलती और हमारा जीवन नहीं होता, इसलिए प्रकृति को सहेज कर रखना हमारी जिम्मेदारी है। बताया कि मितवा समिति थर्ड जेंडर समुदाय का संगठन है। सदस्य हर साल रक्षाबंधन के दिन प्रकृति को अपना भाई मानकर यह त्यौहार मनाते हैं।

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