प्रदेश के कई जिलों में भारी बरसात, सिकासेर डैम से छोड़ा गया 15 हजार क्यूसेक पानी

रायपुर। सूखे की आशंका से जूझ रहे छत्तीसगढ़ के कई जिले भारी बारिश की वजह से हलाकान हो चुके हैं। पिछले तीन दिनों से प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। सबसे खराब गरियाबंद की हालत दिख रही है। यहां बीते 24 घंटों में 535.7 मिलीमीटर बरसात हुई। इसकी वजह से सभी नदी-नालों में बाढ़ आ गई। मालगांव के पास नेशनल हाइवे पर पानी बहने लगा। इसकी वजह से गरियाबंद-रायपुर के बीच आवागमन को बंद कर दिया गया है।

भारी बारिश के बीच बांध भी छलकने लगे। रात में प्रशासन ने सिकासेर गेट के 17 गेट खोलने का फैसला किया। इससे 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इंचार्ज अधिकारी उत्तम सिंह ध्रुव ने बताया कि बांध के 22 गेट में से 17 गेट को खोल दिया गया ,अब 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। वेस्ट वियर से भी पानी छोड़ा जा रहा है। बांध में लगे बिजली उत्पादन यूनिट भी चालू कर दिया गया है। इसका पानी सीधे पैरी नदी में जाता है। गरियाबन्द मुख्यालय में जेल रोड ,महाविद्यालय, मजरकटा, पैरी कालोनी ,कोकड़ी आमदी के इलाके में घुटने भर से ज्यादा पानी भर गया है। वंही नदी किनारे बसे गांव पटोरा, चिखली, पाथर मोहन्दा, भिलाई, नहरगांव, मालगांव, बारूका, जलकुम्भी, गाहदर में पानी घुस गया है। प्रशासन ने नदी के निचले हिस्सों में रहने वाले गांवों को खाली कराना शुरू किया है। कलेक्टर ने टीएलई बैठक निरस्त कर सभी एसडीएम को तटीय इलाके में तैनात रहने का निर्देश दिया।

निर्माणाधीन पुल इलाके में 3 लोगो के फंसने की सूचना

छुरा ब्लॉक के कोंदकेरा में खेरीटिकरा इलाके में एक नाले पर पुल का निर्माण चल रहा है। अचानक नाले में पानी का बहाव तेज हो गया। काम की देख-रेख के लिए बनाए गए कैम्प में 3 लोग के फंसने की सूचना है। छुरा एसडीएम अंकिता सोम ने बताया कि राजस्व अमला के अलावा प्रशिक्षित बचाव दल को मौके पर भेजा गया है।

बाढ़ से भरी नदी को पार कर रहे हैं लोग

छुरा रोड पर मौजूद छह मासी नदी उफान पर है। जरूरी काम से आवाजाही करने वाले लोग जान जोखिम में डाल कर इसी से होकर आ-जा रहे है। इस बरसात में अब तक तीन बड़े हादसे इसी नाले पर हो चुके है। घटना से बेपरवाह लोग फिर भी नाले को पार कर रहे है।

गरियाबंद में कल इतनी बरसात हुई

बीते 24 घंटों में गरियाबंद जिले में औसतन 535 मिमी बरसात हुई। सबसे अधिक 197.7 मिमी बरसात गरियाबंद तहसील में ही हुई है। छुरा में 137.7 और राजिम में 112.6 मिमी बरसात दर्ज है। मैनपुर में 63.3 और देवभोग तहसील में केवल 24.4 मिमी पानी बरसा। सामान्य तौर पर गरियाबंद में एक दिन की औसत वर्षा 107.1 मिमी ही मानी जाती है।

रायपुर में 504 मिमी वर्षा दर्ज

सोमवार से आज सुबह के 24 घंटे में रायपुर में भी बरसात का रिकॉर्ड टूटा है। जिले में औसतन 504.4 मिमी बरसात दर्ज हुई है। इसमें गोबरा नवापारा तहसील में सबसे अधिक 130.3 मिमी पानी बरसा है। रायपुर में 92.3, आरंग में 82, अभनपुर में 80, खरोरा में 61.5 और तिल्दा में सबसे कम 58.3 मिमी पानी गिरा है। इसकी वजह से अब तक की वर्षा का कोटा लगभग पूरा हो गया है। रायपुर तहसील में सामान्य से 104 प्रतिशत, गोबरा नवापारा में 138 प्रतिशत, खरोरा का 98 प्रतिशत और अभनपुर में बरसात का प्रतिशत 95 तक हो गया है। सूखे से सबसे अधिक प्रभावित चार तहसीलों में शुमार आरंग में अब जाकर 50 प्रतिशत बरसात का निशान छुआ है। वहीं तिल्दा में 81 प्रतिशत बरसात हो चुकी।

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