छत्तीसगढ़ के राजिम में मंगलवार को टिकैत का महापंचायत

रायपुर. भारतीय किसान संघ के नेता राकेश टिकैत मंगलवार को छत्तीसगढ़ के राजिम शहर में किसान महापंचायत को संबोधित करेंगे.

छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ (सीकेएमएम) की आयोजन समिति के संयोजक तेजराम विद्रोही ने सोमवार को बताया कि छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ (सीकेएमएम) के तत्वावधान में गरियाबंद जिले के राजिम कस्बे में कृषि उपज मंडी परिसर में महापंचायत होगी. भारतीय किसान संघ के नेता राकेश टिकैत इस महापंचायत को संबोधित करेंगे.

गरियाबंद जिले में स्थित राजिम में प्रसिद्ध राजीव लोचन मंदिर है और इसे छत्तीसगढ़ का प्रयागराज कहा जाता है. राजिम कृषि उपज मंडी क्षेत्र की बड़ी मंडियों में से एक है. विद्रोही ने बताया कि दिल्ली से संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव, मेधा पाटकर और अन्य किसान नेता केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शामिल होंगे.

किसान नेता ने कहा कि किसान संघ तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहा है. साथ ही संघ की मांग है कि केंद्र एक ऐसा कानून बनाए जो किसानों को कृषि उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी सुनिश्चित करे. उन्होंने बताया कि महापंचायत मंगलवार सुबह 11 बजे शुरू होगी. उसे विभिन्न किसान संघों के नेता संबोधित करेंगे तथा बाद में संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं के भाषण होंगे.

पिछले साल सितंबर में संसद में कृषि संबंधी तीन कानून बनाए. केंद्र सरकार ने इन कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधारों के रूप में पेश किया है. लेकिन किसान संघ के नेता पिछले नवंबर, 2020 से ही इन कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर ?रहे हैं.

देश के किसान संघों ने तीनों कानूनों के खिलाफ सोमवार को देशव्यापी बंद का आह्वान किया था. छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने बंद को समर्थन दिया था. राज्य में बंद का मिला—जुला असर रहा है. इधर राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने किसान महापंचायत को राज्य सरकार का प्रायोजित कार्यक्रम बताया और कहा कि छत्तीसगढ़ के किसान केंद्र सरकार के साथ हैं.

राज्य के पूर्व मंत्री और विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने एक बयान में कहा कि मंगलवार को राजिम में टिकैत और उनकी टीम का कार्यक्रम राज्य प्रायोजित है. मुख्यमंत्री और राज्य सरकार सिर्फ अपना चेहरा बचाने के लिए इस आयोजन को समर्थन दे रहे हैं. ऐसे आयोजन से उन्हें कुछ हासिल नहीं होगा. उन्होंने कहा कि राज्य में 11 संसदीय सीटों में से नौ में भाजपा ने जीत हासिल की है, इससे स्पष्ट है कि राज्य के किसान और जनता केंद्र सरकार के साथ हैं.

अग्रवाल ने कहा, ‘‘टिकैत के दौरे से कुछ नहीं होगा. वह सिर्फ अपना समय व्यर्थ कर रहे हैं.’’ केंद्रीय कृषि कानूनों के पक्ष में भाजपा नेता ने कहा कि इन कानूनों में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जिससे किसानों और मजदूरों के हितों को नुकसान पहुंचे. तीनों कानूनों का उद्देश्य किसानों और मजदूरों के हितों की रक्षा करना है.

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