रायपुर। राज्यपाल अनुसुईया उइके से आज स्कूली बच्चों ने मुलाकात कर उनकी संघर्ष यात्रा के बारे में जाना। राज्यपाल ने विद्यार्थियों की उत्सुकता का समाधान किया। सारे विद्यार्थी उमंग से भर उठे और कहा कि ‘हम भी एक दिन गवर्नर बनना चाहेंगे।’ राज्यपाल ने कहा कि वे उनके स्कूल जाएंगी और शिक्षक के रूप में क्लास लेंगी और अपने जीवन के अनुभव साझा करेंगी। उन्हें विश्वास है कि आज उपस्थित बच्चों में से कई बच्चे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान पर पहुंचेंगे। राज्यपाल ने आशा व्यक्त की कि उस समय भी मुझे याद रखेंगे। यह वाकया था, जब रेयान इंटरनेशनल स्कूल के हायर सेकेण्डरी विद्यार्थी, राज्यपाल से राजभवन में सौजन्य मुलाकात कर रहे थे।
राज्यपाल ने बच्चों से कहा कि जीवन में एक लक्ष्य निर्धारित करें और आत्मविश्वास बनाएं रखें, मेहनत करें, सफलता अवश्य मिलेगी। यदि किसी कारण से असफलता हासिल होती है तो हिम्मत न हारें। परीक्षा में प्राप्त किए नंबर किसी की सफलता का मानक नहीं होते। यदि किसी कारण से नंबर कम आते हैं तो निराश न हों। आप लगन से कार्य करते रहें। कई बार कम नंबर पाने वाले विद्यार्थी भी उच्चतम शिखर तक पहुंचते हैं। अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि कि वे एक सामान्य परिवार से थी। एक बार वे सातवीं कक्षा में अनुतीर्ण हो गई थी, पर उन्होंने दोबारा प्रयास किया और आठवीं बोर्ड में प्रावीण्य सूची में भी स्थान बनाया। उन्होंने कहा कि जीवन में किताबी ज्ञान ही पर्याप्त नहीं होता है, व्यावहारिक ज्ञान और संस्कार की सीख भी होनी चाहिए। जीवन में जब हम आगे बढ़ते हैं तो व्यावहारिक ज्ञान ही काम आता है। हमें अच्छी, प्रेरणादायी और महापुरूषों के जीवन पर आधारित किताबें पढ़नी चाहिए। मैं भी स्वयं भी ऐसी किताबें पढ़ती थीं, मुझे उनके जीवन के पहलुओं से सीखने को मिला, जो मुझे जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती रही।