नाबालिग के अपहरण का खुलासा, साथियों ने बच्चे को अगवा कर मांगी थी दस लाख की फिरौती, सात गिरफ़्तार

बिलासपुर । तखतपुर में नाबालिक के अपहरण के एवज में दस लाख़ की रकम मांगी गई थी । बिलासपुर रेंज़ के आईज़ी रतन लाल डांगी ने मंगलवार को देर रात इसका ख़ुलासा किया । मामले में पुलिस ने वारदात के चंद घंटों को भीतर ही आरोपियों को पकड़ कामयाबी हासिल की है। बिलासपुर पुलिस की तत्परता एवं सक्रियता से चंद घंटे में सभी आरोपी भी गिरफ्तार हो गए । इसमें बहला-फुसलाकर साथी युवकों ने ही नाबालिक बालक का अपहरण किया था।

नवमी कक्षा के ट्यूशन के लिए निकले नाबालिक बालक को दुपहिया वाहन में ले जाकर सकरी के आउटर क्षेत्रों में रखकर अपहरण किया गया था । जिसमें एक अपचारी सहित 7 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। फ़िरौती के लिए पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपियों ने अलग अलग जगहों उपयोग किया था। फ़िरौती के लिए उपयोग किया गया सिम मोबाईल वाहन भी बरामद कर लिया गया है। 2 घण्टे में ही सभी आरोपी 40 किमी की अलग अलग दूरी से गिरफ्तार कर लिए गए । नाबालिक बालक को अपहरण कर सैदा गाँव के निर्माणाधीन सुनसान मकान में बंधक बनाकर फ़िरौती की मांग कर रहे थे ।

पुलिस के मुताबिक प्रार्थी शशि कांत पांडे पिता दामोदर पांडे निवासी ने तखतपुर थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसके नाबालिग पुत्र हिमालया पांडे ( उम्र 15 साल ) जो पाठक पारा प्राइवेट कोचिंग क्लास में कक्षा 9 वीं का कोचिंग करता है । वह रोज़ की भांति मंगलवार को सुबह़ ट्यूशन के लिए रवाना हुआ था । बालक हिमालया पांडे ट्यूशन से प्रतिदिन 11:30 बजे वापस घर लौट आ जाता था । लेकिन मंगलवार को शाम करीबन 4 बजे तक घर वापस नहीं आया ।

इसी दौरान प्रार्थी के मोबाइल पर एक मोबाइल नंबर से अज्ञात व्यक्ति का फोन आया । उसने प्रार्थी से बोला कि उसका नाबालिग पुत्र उसके कब्जे में है । जिसके एवज में अगर वह दस लाख़ रुपए नहीं देगा तो उक्त व्यक्ति ने प्रार्थी के पुत्र को जान से मार देने की धमकी दिया । प्रार्थी की रिपोर्ट पर धारा 364 क आईपीसी के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

सूचना मिलते ही मामले को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर दीपक झा ने अधिकारियों को निर्देश देकर अपहृत बालक की सकुशल बरामदगी एवं अपहरण में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने हेतु टीम गठित करने का आदेश दिया। अनुविभागीय अधिकारी कोटा एसडीओपी आशीष अरोरा के नेतृत्व में साइबर सेल एवं तखतपुर पुलिस की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया।

गठित टीम को अलग-अलग भागों में विभाजित कर उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। एक टीम के द्वारा अपहृत बालक के घर से निकलने से लेकर ट्यूशन जाने वाले रास्तों के बीच पाए जाने वाले 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे की चेकिंग की गई। जबकि दूसरे टीम के द्वारा अपहृत बालक के नजदीकी रिश्तेदार एवम दोस्तों के संबंध में जानकारी जुटाई गई। तखतपुर पुलिस की टीम द्वारा लगातार फिरौती के लिए आ रहे कॉल के संबंध में अपहृत बालक के परिवार को साहस देते हुए उनके साथ पूरे समय रहकर उनसे प्राप्त जानकारी को अन्य टीमों को भेजते रहे।

साइबर सेल की टीम के द्वारा दो अलग अलग टीम बनाकर तकनीकी जानकारी और दूसरी टीम को प्राप्त तकनीकी जानकारी को फील्ड में जाकर उसकी तस्दीक करने लगाया गया था। सभी टीम आपस में समन्वय बनाकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक झा के नेतृत्व में लगातार उनसे प्राप्त दिशा निर्देश पर कार्य कर रही थी ।

मामले की सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक झा ने स्वयं तखतपुर पहुच कर कैम्प कर सभी टीमों को समय-समय पर आवश्यक दिशा निर्देश दिया। इस बीच फिरौती के लिए अलग-अलग स्थानों पर आई कॉल के संबंध में साइबर सेल की तकनीकी और फील्ड के टीम के द्वारा लगाता जानकारी एकत्र की गई। आरोपी अपनी पहचान छुपाने के लिए अलग-अलग जगह पर इस्तेमाल करते रहे। इस बीच साइबर सेल एवं संयुक्त टीम को दो आरोपियों के संबंध में पुख्ता जानकारी मिली। इस संबंध में तकनीकी जानकारी जुटाई गई और संयुक्त टीम के द्वारा सेमरसल गांव पहुंचकर दबिश देकर दो आरोपियों मौके पर घेराबंदी कर पकड़ा गया ।

दोनों आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ की गई। जिन्होंने अपहृत बालक को सैदा ग्राम के जंगल में एक निर्माणाधीन मकान में रखना बताया और यह भी बताया कि उनके दूसरे साथी भी वहीं पर हैं। दोनों आरोपियों की निशानदेही पर संयुक्त टीम के द्वारा मौके पर दबिश देकर अपहृत बालक को सकुशल बरामद किया गया एवं प्रकरण में शामिल अन्य आरोपी को घेराबंदी कर गिरफ्तारी की गई। प्रकरण में फिरौती की रकम के लिए उपयोग किया गया सिम एवं मोबाइल मोटरसाइकिल एवं चाकू सहित अन्य सामान बरामद किया गया। बिलासपुर पुलिस ने ऑपरेशन को 2 घण्टो में ही 50 किमी की दूरी तय कर सक्रियता एवम ततपरता से सफलता हासिल कर ली ।

किडनैपिंग स्थल पर चारपहिया वाहन न पहुँचने के मद्देनजर बाइक से टीम रवाना की गई। बाइक को भी दूर में छोड़ कर मेड के किनारे किनारे पुलिस कर्मी अपहर्ताओं के समीप पहुँचे। और उनकी धरपकड़ की गई। 3 अपहर्ता बच्चे के मूल गांव के ही हैं । जिन्हें जानकारी थी कि बच्चे के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी हैं। अपहर्ताओं ने बताया कि रकम मिलने के बाद उनकी कट्टा खरीदने की प्लानिंग थी। जिस युवक ने बच्चे की माँ को फोन किया था । उसकी आवाज सुन कर बच्चे की माँ ने भी पहचान लिया था।

बच्चे ने बताया कि उसको फोन दिलवाने के बहाने गांव के ही तीन परिचित युवक ले कर गए थे। थोड़ी दूर ले जाने के बाद बाकी 4 युवको ने बच्चे को चाकू दिखा कर धमकाया था।युवक इतने शातिर थे कि उन्होंने पुलिस से बचने के लिए कांफ्रेस काल से फिरौती की मांग की थी।

गिरफ्तार आरोपियों में राममंगल यादव पिता दुर्गा यादव उम्र 19 वर्ष ग्राम सेमरसल थाना जरहागाँव मुंगेली, सुरेंद्र रजक उर्फ माली पिता स्वर्गीय नर्मदा रजक उम्र 23 वर्ष कुदुदंड बिलासपुर, घनश्याम यादव पिता बिसाहू राम यादव उम्र 19 वर्ष वेयरहाउस रोड़ बिलासपुर , जगदीश पटेल पिता अमृत लाल पटेल उम्र 21 वर्ष ग्राम सेमरसल जरहागाँव मुंगेली, कान्हा पिता स्वर्गीय सुरेश शर्मा उम्र 24 वर्ष निवासी सरकंडा बिलासपुर, सोमराज पटेल पिता माधुरी लाल पटेल उम्र 21 वर्ष सेमरसल जरहागाँव मुंगेली के साथ ही एक अन्य अपचारी बालक शामिल है।
पुलिस महानिरीक्षक रतन लाल डांगी के द्वारा पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है ।

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